बंगाल में पुलिस और चिकित्साकर्मियों पर हमला
कोलकाताPublished: Jul 26, 2021 12:00:05 am
बंगाल ( West Bengal) में कानून और स्वास्थ्य व्यवस्था के पहरुए निशाने पर हैं। रायगंज और मुर्शिदाबाद जिलों में पुलिसकर्मियों और चिकित्साकर्मियों पर हमले की घटनाएं सामने आई हैं।
बंगाल में पुलिस और चिकित्साकर्मियों पर हमला
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में बीते 24 घंटे के अंदर कानून के रखवाले पुलिसकर्मियों और बीमारों को ठीक करने वाले चिकित्सा कर्मियों पर हमले की घटनाएं घटी हैं। उत्तर दिनाजपुर के रायगंज में जहां पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया। वहीं मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर में डाक्टर और नर्स पर हमला किया गया। दोनों ही मामलों में पुलिस ने कई आरोपियों की गिरफ्तारी की है।
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मॉब लिंचिंग से बचाने गए खुद हो गए घायल
रायग•ा चोरी के आरोपी को गुस्साई भीड़ से बचाने गए रायगंज थाने के पुलिसकर्मियों पर शनिवार की रात आम तला मोड़ इलाके में हमला किया गया। पुलिस के वाहन में तोडफ़ोड़ की गई। संदेही युवक की मोटर बाइक को आग के हवाले कर दिया गया। हमले में गंभीर रूप से घायल पुलिस अधिकारी को रायगंज के सरकारी मेडिकल कॉलेज में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पुलिस पर हमला करने, सरकारी संपत्ति नष्ट करने व पुलिस के काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में 9 जनों को घटनास्थल से गिरफ्तार किया गया है। रविवार को आरोपियों को रायगंज अदालत में पेश किया गया। जिनमें से दो जनों को पुलिस हिरासत व बाकी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया। पुलिस ने बताया कि अभी इलाके में स्थिति नियंत्रण में है।
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मरीज को रेफर किया तो हमला
मुर्शिदाबाद.
मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर व नर्स पर मरीज के परिजनों ने रविवार को हमला किया। उनका दोष इतना था कि उन्होंने गंभीर हालत में लाई गई मरीज को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज रेफर किया था। मामले की सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और 5 जनों को गिरफ्तार किया गया। सूत्रों के मुताबिक मुर्शीदा बेगम को सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल लाया गया था। गंभीर हालत को देखते हुए उसे बड़े अस्पताल रेफर करने की सूचना पाकर परिजन भडक़ उठे। ड्यूटीरत चिकित्सक अनुपम मंडल से हाथापाई की। उनको बचाने आई नर्स राधिका देव पर भी हमला किया गया। उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है।
हमले के शिकार बने चिकित्सक अनुपम मंडल ने कहा कि ईलाज करते समय यदि रोगी के परिजनों की मार खानी पड़े तो चिकित्सा कैसे करेंगे। प्रशासन को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। गिरफ्त में आए पांचों आरोपियों को बरहमपुर अदालत में पेश किया गया। जहां अदालत ने उनकी जमानत की याचिका को खारिज कर न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्देश दिया है।