कोलकाता.
देश में कुल सात चरणों में होने वाला लोकसभा चुनाव अब अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है। भारतीय संस्कृति और सभ्यता की राजधानी कहे जाने वाले पश्चिम बंगाल में सातवें और अंतिम चरण के मतदान से पहले हिंसा का नजारा देखने को मिल रहा है। कोलकाता में मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान कलकत्ता विश्वविद्यालय के समक्ष फैली हिंसा के बाद निर्वाचन आयोग ने कड़ा तेवर दिखाते हुए चुनाव प्रचार की समय सीमा में अप्रत्याशित रूप में कटौती कर दी। आयोग ने गुरुवार रात 10 बजे ही प्रचार समाप्त करने का फतवा जारी कर दिया। जबकि इसे शुक्रवार शाम 5 बजे तक चलना था। दोनों दलों के बीच घमासान चरम पर है। एक तरफ पीएम मोदी ने ममता को दमदम में शाम को होने वाली अपनी रैली को रोकने की चुनौती दी है तो दीदी ने कहा कि उन्हें विद्यासागर की मूर्ति को लेकर झूठ बोलने पर उठक-बैठक करनी चाहिए।
कम सीटों के लिए बड़ी लड़ाई-
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण की कुल 59 सीटों में से 9 सीटें पश्चिम बंगाल की हैं। भले ही सीटों की संख्या कम है, लेकिन यहां वोटों के लिए जोर आजमाइश बेहद कड़ी है। वजह यह है कि इन सीटों पर परम्परागत रूप से तृणमूल कांग्रेस मजबूत रही है और इस बार उसे भाजपा से कड़ी चुनौती मिल रही है। इसके चलते दोनों दलों के बीच जुबानी जंग कई जगहों पर हिंसक झड़पों तक में तब्दील होती दिखी है। चुनाव वाले इलाकों में भय का माहौल है। अंतिम चरण में दमदम, बारासात, बसीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर संसदीय सीटों पर मतदान होगा।
देश में कुल सात चरणों में होने वाला लोकसभा चुनाव अब अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है। भारतीय संस्कृति और सभ्यता की राजधानी कहे जाने वाले पश्चिम बंगाल में सातवें और अंतिम चरण के मतदान से पहले हिंसा का नजारा देखने को मिल रहा है। कोलकाता में मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान कलकत्ता विश्वविद्यालय के समक्ष फैली हिंसा के बाद निर्वाचन आयोग ने कड़ा तेवर दिखाते हुए चुनाव प्रचार की समय सीमा में अप्रत्याशित रूप में कटौती कर दी। आयोग ने गुरुवार रात 10 बजे ही प्रचार समाप्त करने का फतवा जारी कर दिया। जबकि इसे शुक्रवार शाम 5 बजे तक चलना था। दोनों दलों के बीच घमासान चरम पर है। एक तरफ पीएम मोदी ने ममता को दमदम में शाम को होने वाली अपनी रैली को रोकने की चुनौती दी है तो दीदी ने कहा कि उन्हें विद्यासागर की मूर्ति को लेकर झूठ बोलने पर उठक-बैठक करनी चाहिए।
कम सीटों के लिए बड़ी लड़ाई-
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण की कुल 59 सीटों में से 9 सीटें पश्चिम बंगाल की हैं। भले ही सीटों की संख्या कम है, लेकिन यहां वोटों के लिए जोर आजमाइश बेहद कड़ी है। वजह यह है कि इन सीटों पर परम्परागत रूप से तृणमूल कांग्रेस मजबूत रही है और इस बार उसे भाजपा से कड़ी चुनौती मिल रही है। इसके चलते दोनों दलों के बीच जुबानी जंग कई जगहों पर हिंसक झड़पों तक में तब्दील होती दिखी है। चुनाव वाले इलाकों में भय का माहौल है। अंतिम चरण में दमदम, बारासात, बसीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर संसदीय सीटों पर मतदान होगा।