एक वरिष्ठ भाजपा नेता के मुताबिक भाजपा पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाने वाले वामपंथियों का मुखौटा खुल गया है। कट्टरपंथी अल्पसंख्यक धार्मिक नेता की पार्टी के लिए उसके गठन से कुछ हफ्तों के भीतर ही 30 सीटें छोडऩा वामपंथियों का नया सेक्युलरिज्म है। भाजपा नेता रविवार को संयुक्त मोर्चा की ब्रिगेड सभा में कांग्रेस की मौजूदगी के बाद भी वंदेमातरम का नारा नहीं लगने का दावा कर धार्मिक नारे लगाए जाने की बात कह रहे हैं।
भाजप नेता शमिक भट्टाचार्य के मुताबिक अब्बास सिद्दिकी भले ही अभी वाम मोर्चे के साथ हों लेकिन चुनाव के बाद उनके ममता बनर्जी के पाले में जाने की संभावना खत्म नहीं हुई है। उस समय वे ऐसा भाजपा विरोध के नाम पर कर सकते हैं।
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सभी समाजों को टिकट देंगे सिद्दिकी
प्रदेश वाममोर्चा चेयरमैन विमान बोस कट्टरपंथी
ताकतों के साथ ब्रिगेड सभा मंच साझा करने के सवाल पर तो भडक़ उठे लेकिन वे यह दावा जरूर करते हैं कि सिद्दिकी की आईएसएफ सिर्फ अल्पसंख्यकों को चुनाव की टिकट नहीं देगी। बोस ने दावा किया कि आईएसएफ हिंदू, दलित, आदिवासी सभी वर्गों को टिकट देगी।
राज्य विधानसभा चुनाव से पहले आईएसएफ मुखिया सिद्दिकी ने भी अब चोला बदल लिया है वे धार्मिक तकरीरों की जगह राजनीतिक भाषण दे रहे हैं। सभी समाजों को साथ लेकर चलने की बात कहते हैं। तृणमूल कांग्रेस को भाजपा की बी टीम बताकर हमले करते हैं।