पश्चिम बंगाल: अब ममता बोलीं हरे कृष्ण हरे राम
कोलकाताPublished: Jan 25, 2021 02:48:44 pm
-पश्चिम बंगाल (West Bengal) में जयश्री राम नारे पर जारी सियासत के बीच तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सभामंच से हरे कृष्ण हरे राम का नारा लगाया। वे सोमवार को हुगली के पुरसुड़ा में जनसभा को संबोधित कर रही थीं।
पश्चिम बंगाल: अब ममता बोलीं हरे कृष्ण हरे राम
कोलकाता. तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को जनसभा मंच से हरे कृष्ण हरे राम, विदाई हो बीजेपी- वाम व हरे कृष्ण हरे हरे तृणमूल कांग्रेस घरे-घरे का नारा लगाया।
इन दोनों ही नारों में हिंदू देवताओं के नाम का इस्तेमाल किया गया। दोनों ही नारों के जरिए राजनीतिक संदेश दिए गए। इसके साथ ही उन्होंने विक्टोरिया मेमोरियल में हुए सरकारी कार्यक्रम के दौरान की गई नारेबाजी का प्रकरण भी उठाया और कहा कि कोई उन्हें चिढ़ाकर कुछ नहीं पा सकता। प्रेम से बोलने पर वे घर जाकर बर्तन भी मांज देंगी। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में २३ जनवरी को आयोजित कार्यक्रम में ममता बनर्जी के संबोधन से ऐन पहले जयश्री राम के नारे लगे थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नारेबाजी को सरकारी कार्यक्रम के सम्मान से समझौता बताया था, विरोधस्वरूप उन्होंने भाषण नहीं दिया था। कार्यक्रम नेताजी सुभाष चंद्र बोस की १२५ वीं जन्मजयंती का था।
इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नारेबाजी पर प्रतिक्रिया को लेकर सोशल मीडिया और राजनीति के गलियारे में बयानों की झड़ी लग गई थी। भाजपा जहां उनकी प्रतिक्रिया के सहारे ध्रुवीकरण के प्रयास में लगी हुई हैं वहीं तृणमूल कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो के साथ मजबूती से खड़ी रही।
इधर, सोमवार को हुगली के पुरसुड़ा में विक्टोरिया प्रकरण के बाद आयोजित पहली जनसभा में ममता ने शुरुआती संबोधन में ही राम और कृष्ण देवता से संबंधित नारे लगाकर विरोधियों को चुप करने का प्रयास किया है। साथ ही विक्टोरिया मंच से भाषण नहीं देने के अपने निर्णय के पक्ष में बयान भी दिया। उन्होंने कहा कि कोई आपको अपने घर खाना खिलाने बुलाए और फिर झापड़ मार दे कैसा लगेगा। उनके साथ कुछ ऐसा ही हुआ था। इसके बाद उन्होंने भाजपा पर नेताजी, रविन्द्रनाथ टैगोर, ईश्वरचंद्र विद्यासागर, बिरसा मुंडा के अपमान का आरोप लगाया और भाजपा-वाममोर्चा-कांग्रेस के बीच अघोषित गठबंधन की बात कही।