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Job opportunities in recession: मंदी के बावजूद सेवा क्षेत्र के एसएमई में नौकरियां ही नौकरियां

locationकोलकाताPublished: Sep 15, 2019 04:55:16 pm

Submitted by:

Manoj Singh

Job seekers योग्य युवाओं के लिए एसएमई ने खोला द्वार, West Bengal में नौकरियों की बड़ी संभावनाएं, नहीं मिल रहे है उपयुक्त और योग्य युवक, आने वाले दिनों में नौकरी के लिए खोजे जाएंगे योग्य युवक

Job opportunities in recession: मंदी के बावजूद सेवा क्षेत्र के एसएमई में नौकरियां ही नौकरियां

Job opportunities in recession: मंदी के बावजूद सेवा क्षेत्र के एसएमई में नौकरियां ही नौकरियां

योग्य कर्मी की आवश्यकता पूरी करनी होगी मुश्किल – इंडीड इंडिया

कोलकाता

भारत सहित दुनियां में आर्थिक मंदी का हवाला दे कर विभिन्न औद्योगिक और व्यवसायिक क्षेत्रों में खर्च की कटौती और कर्मियों की छटनी की जा रही है। लेकिन हाल के अध्ययन के आंकड़े बताते हैं कि देश में सेवा क्षेत्र के लघु और मध्यम वर्ग के उद्योगों और व्यवसाय (एसएमई) में नौकरियां ही नौकरियां हैं।

यही ही नहीं, उसके अनुसार उक्त क्षेत्र में इतने रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। आने वाले दिनों में इतनी नौकरियां होंगी कि उसे भरना बहुत मुश्किल है। कोलकाता में भी यही स्थिति पैदा है।

प्रत्येक विश्व में महीना अपने मंच पर 250 मिलियन से अधिक नौकरी के विशाल पूल के लिए उभरते हुए व्यापार की सुविधा प्रदान करने वाले विश्व के अग्रणी जॉब पोर्टल में शुमार इंडीड इंडिया ने कोलकाता सहित देश भर के एसएमई में बेसुमार नौकरियां होने का दावा किय है। इसने कोलकाता सहित भारत के एसएमई की विशेष मांग पूरा करने के लिए उपयुक्त कर्मियों उपलब्ध कराने का पेशकश की है।

 

Job opportunities in recession: मंदी के बावजूद सेवा क्षेत्र के एसएमई में नौकरियां ही नौकरियां
इंडीडी इंडिया के प्रबंध निदेशक शशि कुमार ने कहा कि इन दिनों मंदी के कारण नौकरियों के बाजार में गिरावट आ रही है। इस पर विभिन्न क्षेत्रों का जबरदश्त दवाब है। इसके कारण विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगों में खर्च कटौती और छटनी हो रही है। लेकिन लघु और मध्यम वर्ग के कुछ उद्योगों की स्थिति इसके उलट है। देश के एसएमई ने नौकरी की तलाश करने वलों के लिए अपना दरवाजा खोल रखा हैं।
एक अध्ययन के अनुसार देश के विभिन्न शहरों में सेल्स विशेषज्ञों की 33 प्रतिशत और सेल्स सलाहकार की 25 प्रतिशत नौकरियांं हैं। अकेले कोलकाता में सेल्स रीप्रेजेटेटिव की 32 प्रतिशत नौकरियां हैं। इसके अलावा 33 पंजीकृत नर्स, 27 प्रतिशत क्लिनिक प्रबंधक की नौकरियां हैं। शशि कुमार ने एसएमई में सृजन होने वाली नौकरियोें के लिए आवश्यक योग्य युवाओं के अभाव होने का दावा किया। जिनकी पूर्ति करना बहुत ही मुश्किल होगा। इन नौकरियों के लिए योग्य नौकरी की तलाश करने वालों का अभाव है।
बगांल में नौकरियों की बड़ी संभावनाएं

शशि कुमार ने बताया कि पश्चि बंगाल में 52,69,814 एमएसएमई इकाइयां हैं। भारत के कुल एमएसएमई का 11.62 प्रतिशत एमएसएमई इकाईयों के साथ बंगाल देश के शीर्ष 10 राज्यों में सबसे उपर है। एमएसएमई परियोजनाओं के साथ इस क्षेत्र में अधिक नौकरियों के सृजन का अनुमान है। आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र में नौकरियों के सृजन होने की बहुत संभावना है और हम छोटे व्यवसाय और उद्योगों के लिए एक आसान भर्ती समाधान प्रदान करने की उम्मीद करते हैं।
ऑन लाइन नौकरी तलाशने का चलन बढ़ा

शशि कुमार ने कहा कि बंगाल सहित भारत में ऑन लाईन नौकरी तलाशने का चलन बढ़ रहा है। देश में प्रत्येक महीने 76 मिलियन लोग कैरियर संबंधित विभिन्न वेबसाईट पर अपने लिए रोजगार के अवसर की तलाश करते हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि लोगों में ऑन लाईन के जरिए रोजगार खोजने का चलन बढ़ा है। लघु उद्योग और व्यवसाय करने वालों को भी उपयुक्त कर्मी की तलाश के लिए ऑन लाइन सेवाएं लेनी चाहिए।
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