पुलिस के मुताबिक, इलाके के ग्रामीण 30 जून को होने वाले हूल दिवस के लिये केशियारी-बेलदा मुख्य सडक़ पर वाहनों को रोककर चंदा वसूली कर रहे थे। इस दौरान सादे पोशाक में कुछ लोग आये और ग्रामीणों को चंदा इक_ा करने से मना करते हुये दो ग्रामीणों को वाहन में बैठाकर ले जाने लगेे। ग्रामीणों ने बाधा डालने की कोशिश की। जिसे लेकर तर्क वितर्क हुआ।
सडक़ जाम कर किया विरोध
उसके बाद क्षुब्ध ग्रामीणों ने बेलदा-केशियारी मुख्य सडक़ को जाम कर दिया। जिससे इलाके में यातायात प्रभावित हुआ। सूचना मिलते ही विशाल पुलिस वाहिनी इलाके में पहुँची। सडक़ अवरोध करने वालों ग्रामीणों को पीटना शुरु किया। जिसके बाद ग्रामीण भी भडक़ गये। लाठी और बांस से उन्होंने भी पुलिसकर्मियों को पीटा। इस दौरान तीन ग्रामीण और पांच पुलिसकर्मी जख्मी हो गये।
पुलिस को दी थी चंदा वसूलने की जानकारी ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने चंदा इक_ा करने की जानकारी पुलिस को पहले ही दे दी थी। पुलिस ने भी मौखिक रुप से अनुमति दी थी। वे चंदा इक_े कर रहे थे। जिसके बाद सफेदपोश में आकर कुछ लोगों ने बाधा डाला। जिसे ग्रामीण समझ नहीं पाये कि वे पुलिसकर्मी थे। घटना के बाद इलाके में उत्तेजना का माहौल समाचार लिखे जाने तक कायम था। इलाके में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस के आला अधिकारी इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं।