पश्चिम बंगाल के हल्दिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ममता बनर्जी की सरकार पर वाम मोर्ची शासन के भ्रष्टाचार, अपराध, हिंसा और लोकतंत्र पर हमले की पुर्नावृति करने का आरोप लगाया। उन्होंने उम्मीद के उलट बंगाल की जनता को निर्ममता मिलने का भी आरोप लगाया और फुटबाल की शब्दावलियों में ममता बनर्जी पर प्रहार किया।
कोलकाता•Feb 08, 2021 / 03:44 pm•
Manoj Singh
PM Modi heavily attacked on Bengal CM : राम नाम पर ममता को क्या बोले पीएम मोदी
तृणमूल पर लगाया वाम मोर्चा के शासन का भ्रष्टाचार, हिंसा, अपराध और लोकतंत्र पर हमले की पुर्नावृति करने का आरोप
कहा, लोगों को नहीं मिली ममता बनर्जी की “ममता”
कोलकाता
पश्चिम बंगाल में भाजपा के चुनावी बिगुल बजाने के बाद रविवार को राज्य के हल्दिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ममता बनर्जी की सरकार पर वाम मोर्ची शासन के भ्रष्टाचार, अपराध, हिंसा और लोकतंत्र पर हमले की पुर्नावृति करने का आरोप लगाया। उन्होंने उम्मीद के उलट बंगाल की जनता को निर्ममता मिलने का भी आरोप लगाया और फुटबाल की शब्दावली का इस्तेमाल करते हुए बंगाल की जनता की ओर से ममता बनर्जी को “राम कार्ड” दिखाए जाने का दावा किया।
पीएम मोदी ने इस दिन पूर्व मेदिनीपुर के औद्योगिक क्षेत्र हल्दिया में राज्य विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी पर तीखा प्रहार किया। रैली में आई भारी भीड़ से उन्होंने
कहा कि बंगाल के लोग फुटवॉल खेल ओर इसके शब्दावली के प्रेमी हैं और तृणमूल कांग्रेस ने भ्रष्टाचार, शासन और और आस्था का फाउल किया है। फुटवॉल के खेल में फाउल करने वाले को रेड कार्ड दिखाया जाता है। बंगाल की जनता जल्द ही तृणमूल कांग्रेस को राम कार्ड दिखाने जा रही है।
रैली में आए लोगों से पीएम मोदी कहा कि वाम मोर्चा के अत्याचार से मुक्ति पाने की उम्मीद से बंगाल के लोगों ने परिवर्तन किया। लेकिन ममता बनर्जी की सरकार ने वाम मोर्चा शासन का पुर्नावृति की। उन्होंने कहा कि ममता सरकार के पहले ही साल में यह स्पष्ट हो गया था कि पश्चिम बंगाल में परिवर्तन नहीं हुआ है, बल्कि ब्याज सहित वाम मोर्चा के शासन पुर्नावृति हई है। वाम मोर्चा वाम मोर्चा शासन के दोहराने का मतलब ही भ्रष्टाचार, अपराध, हिंसा और लोकतंत्र पर हमला करने की घटनाओं को दोहराना है। इससे पश्चिम बंगाल में गरीबी का दायरा और बढ़ता गया।
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल की इस स्थिति का सबसे बड़ा कारण है यहां की राजनीति। आजादी के बाद जब पश्चिम बंगाल के विकास को नई दिशा देने की जरूरत थी तब यहां विकास वाली राजनीति नहीं हो पाई। पहले कांग्रेस ने शासन किया, तो भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा। फिर लेफ्ट का शासन लंबे समय तक रहा, उन्होंने भ्रष्टाचार, अत्याचार बढ़ाने के साथ ही विकास पर ही ब्रेक लगा दिया।
पीएम मोदी ने कहा, 2011 में पूरे देश की नजरें बंगाल पर थीं। लेफ्ट की हिंसा और भ्रष्टाचार का जर्जर किला ढहने की कगार पर था। उस समय ममता दीदी ने बंगाल से परिवर्तन का वादा किया। उनके इस वादे ने पूरे देश का ध्यान खींचा, लोगों ने भरोसा किया। बंगाल को आस थी ममता की लेकिन उसे निर्ममता मिली।