नायडू ने वाजपेयी की पहली पूणयतिथि के मौके पर यहां आईसीसीआर स्थित रवींद्रनाथ टैगोर सेंटर में उनकी पेटिंग का अनावरण करने के दौरान बोल रहे थे। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, देवश्री चौधरी, राज्यपाल जगदीप धनखड़, राज्य के मंत्री ब्रात्य बसु और अन्य उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति कार्यालय ने नायडू के हवाले से भी ट्वीट कर कहा कि वाजपेयी ‘‘भविष्य की ओर देखने वाले, आगे बढऩे वाले’’ भारत में विश्वास करते थे। उनका दृढ़ मानना था कि भारत के पास संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने का वैध अधिकार है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि वाजपेयी एक दूरदर्शी राजनीतिज्ञ थे। वह देश के सबसे बड़े नेताओं में ही शामिल नहीं थे, बल्कि वह सर्वाधिक प्रिय नेताओं में भी शुमार थे। नायडू ने लोकतंत्र को मजबूत करने में वाजपेयी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देश में कनेक्टिविटी क्रान्ति शुरू की और कर के दिखाया कि लोकतंत्र को सुशासन से कैसे मजबूत किया जा सकता है।