उल्लेखनीय है कि गत 28 मई को मुखर्जी ने ही निगम के स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर पीलिया से प्रभावितों के बारे में रूबरु कराया था। उसके बाद गत 30 मई को निगम के स्वास्थ्य विभाग की टीम इलाके में पहुंची और विभिन्न माध्यमों से आने वाले पेयजलों के 14 नमूनों को संग्रह कर टेस्ट किया था। गौरतलब है कि उक्त जांच में 92 नमूने संक्रमित पाए गए थे, लेकिन उसके माध्यम का अब तक पता नहीं चल पाया है। वार्ड नं.99 के बाघाजतीन, गांगुलीबागान व वार्ड नं. 100 के रामगढ़ इलाके में लगभग 100 लोग अब भी इस बीमारी की चपेट में हैं। हालांकि गंभीर हालत में रह रहे कई मरीजों की हालत में पहले से सुधार हुआ है।