एक ओर जहां सत्येंद्र नाथ बोस ने बंगाल में पिछले चरण के दौरान हुई हिंसा की घटनाओं की निंदा की और वोट डालना अपना सबसे बड़ा अधिकार व जिम्मेदारी बताया, वहीं श्रीजोई बोस ने कहा कि वर्तमान समय में जिस तरह से राजनीति हो रही है उससे हम युवा वोटर्स नाराज हैं। एक नेता दूसरे नेता को जिस तरह अपमानित कर रहे हैं और गलत शब्दों का उपयोग कर रहे हैं, उसको देखते हुए हम युवा वोटर्स तो वोट देना ही नहीं चाहते हैं। लेकिन मेरे पिता ने हमें मतदान के महत्व को बताया। इसीलिए आज मैं यहां वोट डालने आई हूं।
पेशे से वकील श्रीजोई ने इस दौरान राज्य की पुलिस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बूथों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की वजह से दक्षिण कोलकाता के अधिकांश मतदाताओं ने घर से निकलने की हिम्मत दिखाई और वोट डालें है।