कल्याण बनर्जी ने जजों पर पक्षपात करने और उनकी नियुक्ति में गड़बड़घोटाला होने का आरोप लगाया तो न्यायाधीश समाप्ति चट्टोपाध्याय ने बहुचर्चित कटमनी का प्रसंग उठा कर कहा कि किसकी संपत्ति कैसे बढ़ी है, मुझे सब पता है।
न्यायाधीश ने जैसे ही बनगांव नगरपालिका में अविश्वास प्रस्ताव का प्रसंग उठाते हुए कहा कि इस तरह की अप्रिय घटना के लिए वहां के चेयरमैन जिम्मेदार हैं।
तब कल्याण बनर्जी ने कहा कि केवल इसी प्रसंग को नहीं सभी प्रसंगों को उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जज भी जान-बूझ कर पक्षपात करते हैं। बार एसोसिएशन के चुनाव में भाजपा ने 20 लाख रुपए खर्च किये हैं। किन किन जजों को साल्टलेक में जमीन दी गई है उन्हें अच्छी तरह से पता है। जजों की नियुक्ति कैसे होती है? यह भी वे अच्छी तरह जानते हैं। उन्होंने कहा कि किन-किन जजों को जमीन और उनकी कैसे नियुक्ति हुई है? क्या वे उनका नाम बताए।
कल्याण बनर्जी की इस टिप्पणी के बाद न्यायाधीश समाप्ति चट्टोपाध्याय ने भी कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि लोग दस साल से हाईकोर्ट से जुड़े नहीं होने पर भी कोर्ट के सबसे बड़े पद पर हैं। उन्हें भी सबकुछ पता है। लोग कैसे अपनी संपत्ति बढ़ा रहे हैं।
जजों को जमीन दिए जाने के आरोप लगाने के जवाब में न्यायाधीश ने कटमनी का प्रसंग उठाते हुए कहा कि कुछ लोगों की आदत है लेने की और कुछ की आदत है देने की है। इसी कारण कटमनी का लेन-देन चल रहा है। वे तथा पूर्व के वरिष्ठ कानूनविद सच्चाई के रास्ते पर चलते आए हैं और चल रहे हैं। उन्हें किसी से डर नहीं है। हालांकि बाद में कल्याण ने जज से माफी मांग ली।