बनर्जी पर हमला करते हुए जेटली ने उनके कदम को आवश्यकता से अधिक प्रतिक्रिया बताया था। केंद्रीय वित्त मंत्री की हैसियत से तब उन्होंने कहा था कि सीबीआई के कोलकाता पुलिस प्रमुख से पूछताछ करने की कोशिश पर ममता की आवश्यकता से अधिक प्रतिक्रिया ने कई मुद्दे खड़े कर दिए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि एक क्लैप्टोरेट्स क्लब अब भारत पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। जेटली ने कहा था कि सारधा चिटफंड घोटाला 2012-13 में सामने आया था और सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को उसकी जांच का जिम्मा सौंपा था।
जेटली ने सवाल किया कि अगर एक पुलिस अधिकारी से पूछताछ होनी है तो यह सुपर इमरजेंसी, संघवाद पर हमला या संस्थानों का विनाश कैसे हो गया? ममता बनर्जी कोलकाता में अपने विरोध प्रदर्शन में सभी विपक्षी दलों को इसलिए बुला रही हैं क्योंकि वह प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्ष के अन्य दावेदारों का इससे ध्यान हटाना चाहती हैं जिससे वह खुद को भारत में विपक्ष के केंद्र में स्थापित कर सकें। जेटली ने सीबीआई की कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा था कि केंद्रीय एजेंसियां और संगठन राज्यों में कानूनी रूप से जांच करते हैं। पश्चिम बंगाल में शारीरिक बल प्रयोग कर सीबीआई को उसके अधिकार क्षेत्र के तहत कानूनी रूप से एक अपराध की जांच करने से रोका जा रहा है और उसके अधिकारी को हिरासत में रखा जा रहा है, यह अति निन्दनीय है।