अपर्णा सेन ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कथित तौर पर धमकी देने के लिये आंदोलनकारी चिकित्सकों से माफी मांगनी चाहिए और गतिरोध को समाप्त करने के लिये जूनियर डॉक्टरों के साथ आमने-सामने बैठकर बातचीत करनी चाहिये। माफी मांगने में कोई शर्म या बुराई नहीं है…इससे उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आयेगी।
अपर्णा सेन ने ममता बनर्जी की ओर से एसएसकेएम अस्पताल में जा कर हड़ताल पर गए जूनियर डॉक्टरों को हड़ताल वापस लेने की धमकी देने का कड़ा विरोध किया और उन्हें जूनियर डॉक्टरों के प्रति विनम्र होने का अग्रह किया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को जूनियर डॉक्टरों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक और संवेदना के साथ सुनना चाहिए। उन्हें धमकी नहीं देनी चाहिए। ममता बनर्जी ने बंगाल के लिए बहुत कुछ किया है, लेकिन मुझे यह कहते हुए अफसोस रहा है कि जिस तरीके से उन्होंने चिकित्सकों से बात की उसका मैं समर्थन नहीं करती। उन्हें उनसे विनम्रतापूर्वक बात करनी चाहिये थी, क्योंकि धमकियों से कुछ हासिल नहीं होता है।
अपर्णा सेन ने कहा कि हड़ताल पर गए डॉक्टर अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। इनकी मांग और मरीजों का इलाज भी जायज है। अगर डॉक्टर सुरक्षित नहीं रहेंगे तो वे लोगों का इलाज कैसे करेंगे। लगे हाथ ही उन्होंने ममता बनर्जी से डाक्टरों के साथ आमने-सामने बैठकर बातचीत करने और गतिरोध को समाप्त करने की अपील की।