क्यों बंगाल में आने से डर रहे हैं निवेशक
कोलकाताPublished: Mar 18, 2019 06:39:28 pm
राष्ट्र भक्ति की प्रेरणा स्रोत बंगाल से उठ रहा है राष्ट्रीयता पर सवाल -सीतारमनकहा, भारत विरोधी बयान दे कर क्यों शत्रु पाकिस्तान की मदद कर रहे है यहां के नेता
केन्द्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रवैए के कारण पश्चिम बंगाल की आर्थिक हालत बिगडऩे और निवेशकों के यहां आने से डरने का दावा किया। उन्होंने कहा कि बंगाल की आर्थिक स्थिति ऐसी चरमरा गई है कि कोई भी निवेशक यहां आने के लिए तैयार नहीं है।
कोलकाता
केन्द्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रवैए के कारण पश्चिम बंगाल की आर्थिक हालत बिगडऩे और निवेशकों के यहां आने से डरने का दावा किया। उन्होंने कहा कि बंगाल की आर्थिक स्थिति ऐसी चरमरा गई है कि कोई भी निवेशक यहां आने के लिए तैयार नहीं है। ममता बनर्जी का रवैए और यहां की स्थिति को देख कर वे यहां आने से डर रहे हैं। ममता बनर्जी चाहे चितना भी बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट कर लें, लेकिन यहां कोई भी पूंजीपति यहां पूंजी निवेश करने नहींआएगा। नेतृत्व करने वाले नेता का काम सबको साथ ले कर चलना है, किसी कमजोर को मारना नहीं है। अगर निवेशक बंगाल आने से डरेंगे तो यहां नए रोजगार का सृजन कैसे होगा। वे यहां जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन की ओर से इंसुरिंग इंडियन्स सेकुरिटी एण्ड प्रेस्पेक्टिव ऑन वेस्ट बंगाल एण्ड नॉर्थ-ईस्ट विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहीं थी।
बंगाल से ही उठ रहा है राष्ट्रीयता पर सवाल
कुलवामा आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के बालाकोट के आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायु सेना के हमले का सबूत मांगने के लिए ममता बनर्जी की कड़ी निंदा करते हुए निर्मला सीतारमन ने कहा कि बंगाल राष्ट्रीयता का स्रोत है। बच्चपन से दक्षिण भारत के लोग बंगाल से राष्ट्रीयता की प्रेरणा लेते थे। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर में जा कर देश को अखण्ड रखने की कोशिश की इसके लिए बलिदान दिया । अण्डमान के सेलुर जेलों में बंगालियों नाम मिलते हैं। नेताजी राष्ट्रीयता के ताकत थे, लेकिन आजादी की लड़ाई में वीरता का सौर्य दिखाने वाले बंगाल को क्या हो गया है। उसी बंगाल के नेता रास्ट्रीयता पर सवाल उठा रहे है और शक कर रहे हैं। बालाकोट हमले का सबूत मांग रहे हैं। ममता बनर्जी ने भारत विरोधी बयान दे कर पाकिस्तान को क्यों मदद कर रही हैं। ये सिर्फ लोकतंत्र की हत्या करने में विश्वास करते है। कहा जाता है कि बंगाल जो आज सोचता है भारत वह कल सोचता है। लेकिन उसी बंगाल में हम राष्ट्रवादी क्यों और किससे डरे हुए हैं। उन्होंने राष्ट्रवादियों से इसे स्वीकार नहीं करने का अह्वान किया।