इसके साथ ही पार्टी ने इस दिन अपनी नई कमेटी के 12 राष्ट्रीय प्रवक्ता के नाम की घोषणा भी की, जिसमें डेरेक ओब्रायन, राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, राज्य के उद्योग और वित्तमंत्री अमित मित्रा, पूर्व सांसद दिनेश त्रिवेदी, सांसद सौगत राय और पूर्व सांसद प्रो. सुगोतो बोस शुमार हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने इस दिन प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपने राज्य स्तर के 22 प्रवक्ताओं की सूची जारी किया। इस सूची में कुणाल घोष का नाम दसवे नंबर है। राज्य का अब तक का सबसे बड़ा सारधा चिटफंट घोटाले के आरोपी के रूप में जेल जाने पर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था। उसके बाद छह साल बाद कुणाल घोष ने एक जून 2019 को ममता बनर्जी से उनके आवास पर मुलाकात की थी। तब उनके पार्टी में वापसी की अटकले तेज हुई थी। उसके बाद 30 जनवरी 2020 को राज्य के शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी की ओर से घोष की पुस्तक का विमोचन किए जाने पर उनके घर वापसी की चर्चा तेज हुई थी।
कुणाल घोष के अलावा तृणमूल कांग्रेस ने सांसद सुब्रत मुखर्जी, सांसद नुसरत जहां, पूर्व विधायक दिनेश बजाज, विधायक नयना बंद्योपाध्याय, विजय उपाध्याय और ओमप्रकाश मिश्रा के साथ ही राज्य के मंत्री राजीब बनर्जी, ब्रीत्य बसु और चंद्रिमा भट्टाचार्य को भी राज्य प्रवक्ता बनाया है। राष्ट्रीय प्रवक्ताओं में सांसद काकोली घोष दस्तीदार, राज्य के पूर्व मंत्री मनीष गुप्ता, राज्यसभा सांसद नादिम उल हक, शशि पांजा और सुखेंदु शेखर राय को भी शमिल किया गया है।