स्थानीय सूत्रों के मुताबिक वृद्धा की इकलौती पुत्री सुदेक्षा डगर पति के साथ विवाद हो जाने के बाद अपने मायके में अपनी पुत्री के साथ रहती है। सुदेक्षा की पुत्री का वकील पति तपन माइती घर जमाई बनकर रहता है। आरोप है कि तपन ने धीरे-धीरे वृद्धा की सारी संपत्ति हड़प ली। संपत्ति का कुछ हिस्सा बेचकर उसने मकान बनवाया। फिर उसने वृद्धा को उस मकान से निकाल दिया और बाहर गोशाला में रहने को मजबूर किया।
तपन ने वृद्धा को खाना-पीना देना भी बंद करा दिया। बीमार होने पर इलाज भी नहीं कराता था। वृद्धा ने बताया कि कुछ महीनों तक उसने अपने जेवर बेचकर दवा और खाने का इंतजाम किया, फिर उसे भीख मांगने पर मजबूर होना पड़ा। ऐसे में उसके सामने मौत का दामन थामने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं दिखता है।
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– एसडीओ ने की पहल :
वृद्धा का पत्र पाते ही एसडीओ सौभिक चट्टोपाध्याय ने सारे परिजनों को अपने कार्यालय में बुलाया। उन्होंने तपन व परिवार के अन्य सदस्यों को फटकार लगाई। वृद्धा को पूरे सम्मान के साथ अपने साथ घर ले जाने को कहा। साथ ही दोबारा ऐसी शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को उक्त परिवार और वृद्धा पर नजर रखने के निर्देश दिए।