वर्ष 2021 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले इस वर्ष होने वाले केएमसी और दूसरे स्थानीय निकायों के चुनाव को सेमी फाइनल करार देते तृणमूल कांग्रेस जिताऊ नेताओं की सूची तैयार करवा रही है। प्रशांत किशोर तृणमूल कांग्रेस के पार्षदों के कामकाज एवं व्यवहार के आधार पर उनकी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।
पार्टी के सूत्रों ने बताया कि इस बार चुनाव में स्वच्छ छवि वाले पार्षदों और जीत की उम्मीद जगाने वाले नेताओं को ही टिकट दिया जाएगा। इसका फैसला पीके की रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी और पीके ने केएमसी के कई पार्षदों के नाम काली सूची में शामिल कर दिया है। ऐसी स्थिति में अपना टिकट कटने की आशंका से परेशान हैं।
तृणमूल कांग्रेस के पार्षद अपने टिकट कटने की आशंका से इतने आतंकित है कि वे पीके की सूची में अपना नाम मालूम करने के लिए कालीघाट पहुंच रहे हैं। वे बड़े नेताओं, मंत्रियों एवं सांसदों को बार-बार फोन कर रहे हैं। वे इतनी बार फोन कर रहे हैं कि पार्टी के बड़े नेता और सांसद परेशान हो गए हैं। यही ही नहीं कई पार्षद उनसे मिलने उनके घर जा रहे हैं और भेंट में उन्हें भेंट की मछली, झींगा और अन्य कीमती मछली दे रहे हैं।
पार्टी प्रमुख ही तय करेंगी उम्मीदवारी
तृणमूल के एक नेता ने बताया कि पार्षदों को बताया गया है कि किसी की उम्मीदवारी पार्टी प्रमुख ही तय करेंगी। बाकी किसी सूची का कोई अर्थ नहीं है। इसके बाद भी पार्षदों के दिमाग से पीके का भूत नहीं निकल पा रहा है। सूत्रों के अनुसार निगम चुनाव के पहले पीके ने पार्षदों के कामकाज एवं उनके व्यवहार के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है। इसमें प्रमोटिंग करने वाले तथा जनता के साथ दुव्र्यवहार तथा पानी के कनेक्शन या नाला बनाने के नाम पर पैसे लेने के आरोप लग चुके पार्षदों के नाम काली सूची में शामिल किए गए हैं। ऐसे पार्षदों को फिर से टिकट नहीं मिलने की आशंका है।