scriptWest Bengal election: भाजपा दागदार नेताओं को क्यों नहीं देगी नगरपालिका चुनाव में टिकट | Why won't BJP give tickets to tainted leaders in municipal elections | Patrika News

West Bengal election: भाजपा दागदार नेताओं को क्यों नहीं देगी नगरपालिका चुनाव में टिकट

locationकोलकाताPublished: Mar 10, 2020 06:56:04 pm

Submitted by:

Manoj Singh

BJI कोलकाता नगर निगम सहित राज्य के 102 नगरपालिकाओं के चुनाव में दागदार नेताओं को टिकट नहीं देने का फैसला किया है। पार्टी ने ऐसा फैसला क्यों किया है।

West Bengal election: भाजपा दागदार नेताओं को क्यों नहीं देगी नगरपालिका चुनाव में टिकट

West Bengal election: भाजपा दागदार नेताओं को क्यों नहीं देगी नगरपालिका चुनाव में टिकट

गुटबाजी करने वालों से पार्टी ने बीएल संतोष ने क्या कहा
कोलकाता
भाजपा कोलकाता नगर निगम सहित राज्य के 102 नगरपालिकाओं के चुनाव में दागदार नेताओं को टिकट नहीं देने का फैसला किया है। पार्टी ने ऐसा फैसला क्यों किया है।
कोलकाता में प्रदेश भाजपा के आंतरिक बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने पार्टी के जिला अध्यक्षों सहित प्रदेश के अन्य नेताओं से साफ-साफ शब्दों में कह दिया कि नगरपालिका के इस चुनाव में दागदार नेताओं को पार्टी टिकट नहीं देगी। टिकट उन्हीं नेताओं को मिलेगा, जिनकी छवि साफ-सुथरा है। बीएल संतोष ने कहा कि भाजपा के टिकट बंटवारे में ऐसा दिखना चाहिए कि समाज के सभी वर्गों और समुदायों को विशिष्ट लोगों को टिकट दिया गया है। बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, मुकुर राय और राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा सहित प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और जिला अध्यक्षों उपस्थित थे।
अब सवाल उठ रहा है भाजपा के इस फैसले के पीछे उद्देश्य क्या है। पार्टी के एक नेता ने बताया कि पिछले कई चुनाओं में भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार के मंत्री और उनकी पार्टी के नेताओं की ओर से कीए गए भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाई थी और राज्य की जनता ने भाजका समर्थन किया था। इस लिए पार्टी ने ऐसा फैसला किया है। इसके अलावा इसका दूसरा उद्देश्य अगले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य के लोगों में यह संदेश देना है कि मौका मिलने पर भाजपा भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बनाएगी और भ्रष्टाचारियों के किलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
बैठक में बीएल संतोष ने सभी जिला के अध्यक्षों को एक सप्ताह के अंदर नगर पालिका चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची अनुमोदन के लिए राज्य नेतृत्व के पास भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रत्येक जिले में गुटबाजी को जल्द से जल्द खत्म करने का भी निर्देश दिया। संतोष ने कहा कि बंगाल में भाजपा विकल्प बन चुकी है, लेकिन नेताओं के बीच अगर आपसी गुटबाजी जारी रही तो इससे न केवल सांगठन कमजोर होगा, बल्कि किरकिरी भी होगी।

उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी स्तर के नेताओं को एकजुट होकर चुनाव लडऩा होगा। 2021 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए न केवल अपने आप को मजबूत बनाना है, बल्कि अधिक से अधिक क्षेत्रों में जनसमर्थन जुटाने के लिए तत्परता से काम करना होगा। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नेता और कार्यकर्ता गुटबाजी छोडक़र एकजुट तरीके से लड़ेंगे तो निश्चित तौर पर नगर पालिका चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन शानदार होगा।

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