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‘हिन्दुस्तान का बंटवारा किसी कीमत पर नहीं होने देंगे’

locationकोलकाताPublished: Sep 08, 2018 10:35:35 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

-राष्ट्रीय बिहारी समाज ने किया सीएम का सम्मान—नेताजी इंडोर स्टेडियम में हिंदी उत्सव और सम्मान समारोह—राष्ट्रीय बिहारी समाज का आयोजन—ममता ने बंगाल में हिंदी भाषियों के योगदान की सराहना की—लिट्टी-चोखा को अपनी पसंदीदा व्यंजन बताते हुए तालियां बटोरीं

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‘हिन्दुस्तान का बंटवारा किसी कीमत पर नहीं होने देंगे’

कोलकाता. आपके पर्व में हम और हमारे त्योहार में आप भाग लें, क्योंकि हमारी परंपरा आपसे जुड़ी है कभी न टूटने वाली। हम बिहारी-बंगाली की गैर-भावना नहीं रखते, ये धरती-मिट्टी हमारी मां है और हम हिन्दुस्तान का बंटवारा किसी कीमत पर नहीं होने देंगे। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय बिहारी समाज की ओर से नेताजी इंडोर स्टेडियम में शुक्रवार शाम हिंदी उत्सव-सम्मान समारोह का उद्घाटन करते हुए भावनात्मक रूप से जोड़ा। कभी छठ पूजा, तो कभी बिहार के मशहूर लिट्टी-चोखा को अपनी पसंदीदा व्यंजन बताते हुए तालियां बटोरीं। बंगाल में हिंदी भाषियों के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे कल्याणकारी कार्यों के लिए समाज की ओर से मुख्यमंत्री को सम्मानित किया गया। कोलकाता में निवासरत बिहार सहित अन्य हिंदी भाषी राज्यों के प्रवासियों से खचाखच भरे इंडोर स्टेडियम में समारोह को संबोधित करते हुए ममता ने बंगाल में हिंदी भाषियों के योगदान की सराहना की।
—-कहा, मैं आपकी बेटी हूं
जब उन्होंने कहा कि उन्हें इस समारोह में सम्मानित और आमंत्रित करने के लिए वे बिहार समाज की आभारी हैं और वे यहां सम्मानित होने नहीं, बल्कि बिहार वासियों को सम्मानित करने आई हैं, तो पूरा स्टेडियम तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। बिहार समाज को भावनात्मक रूप से जोड़ते हुए ममता ने कहा—मैं आपकी बेटी हूं। उन्होंने कहा कि पूरे देश में सबसे ज्यादा हिन्दी भाषी कोलकाता में काम करते हैं और बंगाल के विकास में इनके योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। धर्म के आधार पर भेदभाव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ससे पहले हम सब एक हैं, इसके बाद हिन्दू-मुस्लिम, सिख। बिहार के मशहूर लिट्टी-चोखा को अपनी पसंदीदा व्यंजन बताते हुए मुख्यमंत्री ने छठा पूजा का जिक्र किया। उन्होंने हर साल छठ पूजा के आयोजन पर जोर देते हुए हरसंभव मदद के साथ खुद की भागीदारी की घोषणा की। बिहार के लोकपर्व छठ के प्रसाद ठेकुआ का उल्लेख करते हुए कहा कि वे हमेशा छठ पर्व में उमंग-उत्साह से हिस्सा लेती हैं।
—-एनआरसी में नाम हटाने पर किया कटाक्ष
एनआरसी में अनेक मतदाताओं के नाम हटाने के प्रसंग पर कटाक्ष करते हुए ममता ने कहा कि 2 लाख बिहारियों का नाम एक झटके से असम में हटाया गया। वे ऐसा बंगाल में कभी नहीं होने देंगी। ममता ने कहा कि जन्म से वे बंगाली हैं, पर उनके दिल में सभी प्रांतों, मजहब मानने वालों के लिए जगह है। हिन्दी भाषा के विकास में सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यक्रमों पर ममता ने कहा कि कई स्कूल-कॉलेज में हिन्दी की शिक्षा उपलब्ध कराई गई है और जल्द ही हिंदी यूनिवर्सिटी का भी गठन होगा। अपने संबोधन की समाप्ति से पहले ममता ने शेरो-शायरी करते हुए कहा—-अंगार मत देखो, रात जितनी भी संगीन होगी, सुबह उतनी रंगीन होगी। समारोह के आरंभ में बिहार की गौैरवगाथा को बखान करने वाली 2 मिनट की डॉक्यूमेेंट्री फिल्म दिखाई गई।
—-गमछा ओढ़ाकर सम्मान
राष्ट्रीय बिहारी समाज के अध्यक्ष मणिप्रसाद सिंह ने गमछा ओढ़ाकर सीएम का सम्मान किया। राष्ट्रीय बिहारी समाज के महासचिव राजेश सिन्हा ने संचालन किया। समारोह में भोजपुरी के स्टार गायक पवन सिंह, अरविंद अकेला, निशा पांडे, अजीत आनंद आदि ने रंगारंग प्रस्तुतियों से समां बांधा। समारोह में मंत्री अरुप राय, साधन पांडेय, मलय घटक, फिरहाद हकीम, शशि पांजा, सांसद सुब्रत बक्शी, विधायक वैशाली डालमिया, विधायक अर्जुन सिंह आदि उपस्थित थे।

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