कोलकाता. अगले दो सालों के भीतर पश्चिम बंगाल के हर गांवों में बिजली पहुंच जाएगी। लोगों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराना सरकार की प्रतिवद्धता है। बिजली मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने विधानसभा में बुधवार को विभागीय बजट पर दो घंटे की चर्चा के बाद जवाबी भाषण में यह कहा। विधानसभा ने बिजली विभाग के लिए 2105 करोड़ 39 लाख 97 हजार रुपए के बजट प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
बिजली मंत्री ने कहा कि राज्य के 97 फीसदी गांवों में बिजली पहुंच गई है। फिलहाल दक्षिण 24 परगना के गोसाबा, पाथरप्रतिमा, नामखाना और पुरुलिया जिले के कुछ हिस्सों में बिजली पहुंचाना बाकी है। प्रस्तावित 283 सब स्टेशनों में 103 का काम पूरा कर लिया गया है। 2018 तक राज्य के 100 फीसदी गांवों में बिजली पहुंचाने का काम पूरा हो जाएगा।
सौर ऊर्जा को बढ़ावा : बिजली मंत्री ने कहा कि सरकार वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देगी। उनका कहना है कि सरकार ग्रीड संयुक्त मेगावाट स्तर पर सौर योजना को चालू करने जा रही है। डब्ल्यूबीडीसीएल इस पर काम कर रही है। पुरुलिया में 7047 करोड़ की लागत से 1200 मेगावाट सौर बिजली परियोजना स्थापित करने का प्रस्ताव विचाराधीन है।