मुकुल राय ने कहा कि विश्व बांग्ला पर मुख्यमंत्री और उनके भतीजे अभिषेक बंद्योपाध्याय का बयान परस्पर विरोधी है, इसलिए इस मामले की जांच होनी चाहिए। याचिका में उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री ने हाल में विधानसभा में कहा है कि विश्व बांग्ला उनकी सृष्टि है।
विश्व बांग्ला उनकी कल्पना है। मुकुल राय का कहना है कि सृष्टि किसी की भी हो सकती है। मगर स्वत्वाधिकार किसके पास है यह जानना जरूरी है। गौरतलब है कि मुकुल राय जब भाजपा में शामिल हुए थे उस वक्त रानी रासमणि की जनसभा में उन्होंने सनसनीखेज खुलासा किया था कि विश्व बांग्ला लोगो तथा जागो बांग्ला का मालिकाना हक अभिषेक बंद्योपाध्याय के पास है। इसको लेकर राज्य की राजनीति गर्म हुई थी।
मुकुल राय के खिलाफ तृणमूल के एक कार्यकर्ता ने अलीपुरदुआर अदालत में मानहानि का मुकदमा दायर किया था। निचली अदालत ने मुकुल राय को आदेश दिया था कि वह विश्व बांग्ला या जागो बांग्ला के मुद्दे पर अभिषेक बंद्योपाध्याय पर कोई टिप्पणी न करे। फिर भी मुकुल राय ने टिप्पणी की थी। इसे अदालती अवमानना का मामला मानते हुए अलीपुरदुआर अदालत की ओर से मुकुल राय को नोटिस किया गया था।
मुकुल राय ने निचली अदालत के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। उनका कहना है कि अलीपुरदुआर उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। इसलिए उसका निर्देश उन पर लागू नही हो सकता। उल्लेखनीय है कि अभिषेक बंद्योपाध्याय ने मुुकुल राय के खिलाफ बैंकशाल कोर्ट में भी मानहानि का मामला दायर किया है। इसके बाद मुकुल राय ने हाईकोर्ट की शरण ली है।