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फिलहाल राजनीतिक पार्टीयों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता संभाग में हो रहे विधानसभा उपचुनावों में व्यस्त हैं। इसके निपटने के बाद ही शहर की कमान किस महिला कार्यकर्ता को दिया जाए इस पर पार्टीयां मंथन करने अपना माथा-पच्ची करेंगी। अध्यक्ष पद के आरक्षण से पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि, इस बार भी सामान्य सीट ही होगी। और इसके लिए भाजपा और कांग्रेस में लगभग प्रत्याशी तय ही माने जा रहे थे।
हालांकि पार्टी आलाकमान का ग्रीन सिग्नल मिलना बाकी था और इसी बीच आरक्षण में महिला ओबीसी आरक्षित होने से अब उन नेताओं को अध्यक्ष बनने के सपने को त्याग करना होगा। ज्ञात हो कि, वर्तमान अध्यक्ष नगरपालिका कांग्रेस समर्थित थे, लेकिन उन्होंने विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भाजपा का दामन थाम लिया था।
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नगर पालिका में कांग्रेस समर्थित पार्षदों की संख्या अधिक हैं। खैर अब चुनाव की तिथियों का ऐलान होना बाकी है, इसके बाद से फिर शहर में राजनीति का मिजाज गर्म होता जाएगा। फिलहाल भाजपा, जोगी कांग्रेस व कांग्रेसी नेता नगर में अपने पार्टी की सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक कोण्डागांव 1974 में नगरपालिका घोषित हुआ था। जिसके पहले अध्यक्ष मनोनित किए गए थे। इसके बाद से लगातार आरक्षण के आधार पर अध्यक्ष का चुनाव होता आ रहा हैं। यह पहली दफे हुआ है जब नगर सरकार की कमान किसी ओबीसी महिला वर्ग के लिए आरक्षित हुआ हैं।
हमारी पहले से ही पूरी तैयारी हैं, और हम नगर पालिका चुनाव इस बार भी जीतकर सामने आएगें। समय के साथ ही नाम की घोषणा भी हो जाएगी।
-रवि घोष, जिलाध्यक्ष कांग्रेस
जिसें भी प्रत्याशी घोषित किया जाएगा वह कार्यकर्ता होगा। इसके लिए अब आलाकमान के साथ ही स्थानीय स्तर पर कमेटी बनाकर प्रत्याशी तय किया जाएगा।
-मनोज जैन, जिलाध्यक्ष भाजपा