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बच्चों को यहां करनी पड़ती है पढ़ाई के लिए चढ़ाई

locationकोंडागांवPublished: Jul 14, 2018 03:12:02 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

वर्षों से खतरो का सामना कर 3 किलोमीटर पैदल पहाड़ पर चल कर पढऩे आने में मजबूर छात्र-छात्राएं

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school nahi aaye

केशकाल. आजादी के दशको बाद भी आज कई गांव मूलभूत सुविधा पानी, बिजली व सड़क से वंचित है। केशकाल विकासखण्ड क्षेत्र के एक दूरस्थ गांव ऊपरमुरवेंड के ग्रामीणों और स्कुली बच्चों को अपने विकासखंड व जिला पहुंचने के लिए तीन किलोमीटर प्रतिदिन कठिन रास्तों से पहाड़ चढ़कर स्कूल व राष्ट्रीय राजमार्ग 30 में पहुंचते हैं।

कोण्डागांव जिले के केशकाल विकासखण्ड क्षेत्र के दूरस्थ अंचल ग्राम ऊपरमुरवेंड में लगभग 250 ग्रामीण वर्षो से गांव में निवासरत है । जिन्हें प्रतिदिन तीन किलोमीटर पैदल उबड़ खाबड़ पहाड़ चढ़ कर राष्ट्रीय राजमार्ग व स्कूली छात्र छात्राएं खालेमुरवेंड पढऩे पहुंचते हैं। ग्रामीणों के द्वारा लगातार शासन प्रशासन से सड़क निर्माण की मांग की गई, लेकिन पहाड़ी रास्ता होने के चलते किसी ने रास्ता बनाने की सुध नहीं लिया ।

बारिश में होती है ज्यादा दिक्कत
स्कूली छात्र-छात्राओं की माने तो बरसात के समय सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि उन्हें पैदल चलने के बाद कई प्रकार के जीव जंतु सांप बिच्छू का सामना करना पड़ता है लेकिन ये बच्चे बेझिझक अपने भविष्य को संवारने के लिए प्रतिदिन उसी रास्ते से अपनी मंजिल तक पहुचते है। स्कूल जा रहे छात्र रंजीत कुंजाम ने बताया की हमे स्कूल आने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है फिर भी हम पढ़ कर कुछ बनने के लिए ऐसे खतरनाक रास्तो से पहाड़ पार कर स्कूल पँहुचते है और फिर वापस इसी रास्ते से घर जाते हैं ।

ग्रामीणों ने बताई आपबीती
इस विषय पर ग्रामीणों से पूछने पर बताया कि सड़क नही होने से दिक्कतोंों का सामना कर रहे हैं ग्रामीण बुजुर्ग महिला बसान बाई ने कहा कि हमें रोजमर्रा में आने वाली उपयोगी चीजों के लिए कठिन रास्तो और पहाड़ से हो गुजरना पड़ता है वही ग्राम के निवासी रामचंन्द्र ने बताया कि गांव में किसी का तबियत खराब हो जाने पर मरीज को कंधों में उठा कर इस पहाड़ को पार करके इलाज के केशकाल या कांकेर ले जाते हैं ।

स्कूल शिक्षक ने भी कहा रास्ता नहीं होने से कई बच्चे आना नहीं चाहते
खालेमुरवेंड स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक ने बताया कुछ बच्चे पहाड़ी पार कर स्कूल पहुचते है। कुछ बच्चे पहाड़ की वजह से स्कूल भी नही आते हैं। सड़क की सुविधा उन तक पहुच जाए तो शिक्षा का स्तर बढ़ जाएगा। सड़क की सुविधा नहीं होने पर कई छात्र-छात्राएं आधे पढ़ाई में ही छोड़ देते हैं व कई लोग स्कूल ही आना नहीं चाहते ।

इस विषय पर एसडीएम धनंजय ने कहा की शासन के द्वारा सीसी सड़क का स्वीकृति दी गयी है जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।

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