जानकारी के मुताबिक फरसगांव इलाके की एक महिला जिला हास्पिटल में प्रसव पीड़ा के बाद भर्ती हुई थी। लेकिन दो दिनों तक भर्ती रहने के बाद जब प्रसव नहीं हुआ तो महिला बिना किसी को सूचना दिए वह हास्पिटल से सीधे अपने गांव चली गई। और 24 मई को ही उसने जुड़वा बच्चों को अपने घर पर जन्म दिया। और 3 जून को महिला की मौत हो गई।
नवजात की दादी ने जैसे-तैसे कर तीन-चार दिन बच्चों को संभाला लेकिन उसने भी अब जवाब दे दिया। वहीं दूसरी ओर नवजातों के पिता अपने बच्चों के जन्म पर और न ही पत्नी के अंतिम संस्कार में अपने गांव पहुंच पाए। इसकी सूचना जैसे ही जिला बाल संरक्षण ईकाई को मिली तो इनकी टीम मोके पर पहुंच बच्चों को नियमानुसार जांच लिए जिला हास्पिटल में भर्ती कराया हैं।