केशकाल विकासखंड के कोरकोटी पंचायत में यह हण्डी मिली
सड़क खुदाई में लगे मजदूरों ने ये बात जैसे ही लोगों को बताई यह बात आग की तरह फैलने लगी। गांव वाले उस सोने के सिक्कों से भरी हण्डी को सरपंच नोहरूलाल बघेल के पास ले गए उन्होनें बातचीत में बताया कि, 10 जुलाई की सुबह केशकाल विकासखंड के कोरकोटी पंचायत में यह हण्डी मिली। खोदाई से निकली
सिक्कों की जानकारी ग्रामीणों ने साईड इंजीनियर आरईएस को दी
खुदाई के दौरान अचानक सोने के सिक्कों से भरी हण्डी पर जब फावड़ा पड़ा तो वह टूट गई, लेकिन इसमे रखे हुए सारे चांदी व सोन के सिक्कों को ग्रामीणों ने अपने पास रख लिया। उन्होंने बताया कि, इसकी जानकारी ग्रामीणों ने साईड इंजीनियर आरईएस को दी। इसके बाद इसमें लगी मिट्टी को साफ किया गया। और कलक्टर को इसे सौपने पंचायत के प्रमुख प्रतिनिधि शुक्रवार को कलक्टोरेट पहुंच इसे जिलाधीश को सौप दिया।
12 वीं सदी के सिक्कों होने का अनुमान
सब इंजीनियर राजीव सिंह ने बताया कि गुगुल में किए गए सर्च से इन सिक्कों के विषय में 1200 से 1247 के मध्य होने की जानकारी मिल रही हैं। जो राजा यादवा देवा मिलना जिनका शासनकाल 850 से 1334 के बीच देवगिरी महाराष्ट्र, मध्यमप्रदेश में रहा हैं। हंडी से प्राप्त सोने के बड़े सिक्कों की संख्या 22, छोटे सिक्कों की संख्या 34, बाली 1 एवं चांदी का एक सिक्कों मिला हैं, जिसे नियमानुसार कार्यवाई कर सुरक्षित रखवाया जा रहा हैं। फिर इसकी जांच की जाएगी।