कोंडागांवPublished: Apr 03, 2019 12:03:18 pm
Deepak Sahu
अपनी मर्जी के अनुसार ही स्कूल आते है। पढ़ाने का मन किया तो बच्चों को पढ़ाते है। वरना थोड़ा समय बिताकर वापस चले जाते है।
यहां टीचर्स करते है मनमानी, गेट खोलने से लेकर मध्यान भोजन तक का काम करते है मासूम
कोंडागांव. छत्तीसगढ़ में एक ऐसा स्कूल भी है जहां के टीचर्स ही वहां के मालिक बन बैठे है। वो अपनी मर्जी के अनुसार ही स्कूल आते है। पढ़ाने का मन किया तो बच्चों को पढ़ाते है। वरना थोड़ा समय बिताकर वापस चले जाते है। यहां स्कूल का ताला भी यहां पढ़ने वाले बच्चे ही खोलते है। ये मामला नारायणपुर विधानसभा के प्रथमिक स्कूल का है।