बता दें कि गांजे की तस्करी में आरोपियों ने सुनियोजित तरीके से गांजे को छुपाया था. जब पुलिस ने संदेह पर वाहन को रोक कर उसकी चेकिंग की, तो प्रथम दृष्टिया गाड़ी में एक ढोलक के अलावा और कुछ नहीं दिखा, जिसके बाद ढोलक भारी होने के कारण जब उसे खोला गया, तो उसमें से गांजा निकला. पुलिस ने आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि कार के पीछे लगे स्पेशल बंफर के अंदर में तीन पैकेट गांजा छिपाया है. गांजा तस्करी के इस सुनियोजित तकनीक को देख कर पुलिस भी हैरान रह गई.
थाना प्रभारी भीमसेन यादव ने बताया कि तस्करी में शामिल तीनों आरोपियों में अजय चौधरी जो पंजाब के लुधियाना निवासी है. पांडव कुमार होशियारपुर निवासी, वहीं अर्जुन सिंह भी पंजाब के होशियारपुर का रहने वाला है. आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद कोर्ट ने न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है. बात दें कि कारवाई में निरीक्षक भीमसेन यादव, ओंकार बंजारे, आरक्षक लिलेश ध्रुव, ईश्वर नेताम, महेंद्र नेताम, टीजूराम मण्डावी और आजूराम का विशेष योगदान रहा.