सुबह से ही कांग्रेसी बरसते पानी के बीच दुकानों को बंद कराने निकल पड़े थे। हालाकि इस बंद को लेकर लोगों का समर्थन भी नजर आया एकाद दुकानें ही खुली रही जो बाद में स्वत: ही बंद हो गई। नगर बंद कराने से पहले ही कलेक्टर से मिलकर जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने 4 दिन पहले सड़क की व्यवस्था एवं लापरवाही पूर्वक किए जा रहे कार्य को उचित प्रबंधन के साथ किए जाने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा था।
साथ ही जिला प्रशासन को अल्टीमेट भी दिया था कि यदि जिला प्रशासन व निर्माण कार्य में लगी संस्था के द्वारा समय रहते उचित प्रबंध नहीं करती है तो जिला कांग्रेस कमेटी इस मसले को लेकर जनहित में अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए नगर बंद करायरगी।
सड़क निर्माण में जुटी संस्था के द्वारा कांग्रेसियों के दिए गए अल्टीमेट को नजरअंदाज करते हुए कार्य में कोई गति नहीं ला पाईए जिसके चलते जिला कांग्रेस कमेटी ने नगर बंद करवाते हुए शहर के भीतर हो रहे लापरवाहीपूर्ण कार्य का विरोध प्रदर्शन किया। जिसका समर्थन भी मिला।
वही सुबह से हो रही जोरदार बारिश ने भी कांग्रेसियों के इस बंद का समर्थन ही किया। रोजाना लगने वाली छोटी छोटी दुकाने भी नही सज नहीं सच पाई और राहगीरों को चाय के लिए भी काफी परेशान होना पड़ा। इसे देखते हुए ऐसा कहा जा सकता है कि आदमी अगर सच्चा हो तो प्रकृति भी उसका साथ देने से नहीं चुकती है
जनहित की मांग पूरी नही हो पाने के चलते कांग्रेशियो ने विरोध में स्थानीय बस स्टैंड में पीआरए कंपनी का पुतला फुका। इस मौके पर विधयाक मोहन मरकाम, शंकर सोढ़ी आदि मौके पर मौजूद थे।