scriptPrecious Pippali crop will also be planted in Kondagaon chhattisgarh | अब केरल ही नहीं कोंडागांव में भी लगाई जाएंगी बेशकीमती पिपली की फसल, फेफड़े सहित कई रोगों की रामबाण दवा | Patrika News

अब केरल ही नहीं कोंडागांव में भी लगाई जाएंगी बेशकीमती पिपली की फसल, फेफड़े सहित कई रोगों की रामबाण दवा

locationकोंडागांवPublished: Nov 13, 2022 11:21:59 am

Submitted by:

CG Desk

Pippali Farming: एमडीपी 16 को छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलों के साथ ही सीमावर्ती राज्यों जैसे ओडिशा, झारखंड, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना तथा महाराष्ट्र के भी कई क्षेत्रों में सफलता पूर्वक उगाने का दावा करते है।टीम का मानना है कि, इसे एक बार लगाने के बाद इसकी खेती में कोई अतिरिक्त विशेष लागत और मेहनत नहीं है।

.

Pippali Farming: एमडीपी 16 को छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलों के साथ ही सीमावर्ती राज्यों जैसे ओडिशा, झारखंड, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना तथा महाराष्ट्र के भी कई क्षेत्रों में सफलता पूर्वक उगाने का दावा करते है। टीम का मानना है कि, इसे एक बार लगाने के बाद इसकी खेती में कोई अतिरिक्त विशेष लागत और मेहनत नहीं है। एक बार लगाने के बाद, इससे कई वर्षों तक उत्पादन आसानी से लिया जा सकता है। वर्तमान में 1 एकड़ में लगभग 480- 500 किलो सूखी पिपली प्राप्त होती है। जिससे किसान को उत्पादन होने पर लगभग सालाना प्रति एकड़ एक लाख तक हो सकती है।

Copyright © 2021 Patrika Group. All Rights Reserved.