कोंडागांव. जिले में थानों की संख्या बढ़ाते हुये एक और पुलिस थाना खोलने की स्वीकृति पुलिस मुख्यालय से मिल गई हैं। इसे माकड़ी जनपद के ओडिसा बार्डर से सटे ग्राम एरला में खोलने की अनुमति मिली हैं, लेकिन ग्राम एरला में थाना न खोलने को लेकर माकड़ी जनपद के एक दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने अपनी ऐड़ी चोटी लगाते हुये
मंत्री विधायक के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के सामने अपनी अर्जी रखी हैं। पंचायत प्रतिनिधियों की माने तो एरला एक छोटा सा गांव जो ओडि़सा बार्डर में हैं यहां नाके से काम चल जाएगा, लेकिन इलाकें का सबसे बड़ा पंचायत अनंतपुर हैं।
हाथों पर माइक की जगह झाड़ू पकड़े हुए कोई और नहीं मंत्री जी निकले हैं अपनी अहम जिम्मेदारी निभानेसेंटर में थाना होने पर मिलेगी यह सुविधाथाना खोलने की मांग पहले से ही होती रही हैं दरअसल यहां लगभग सभी सरकारी विभागों के कर्मचारी तैनात हैं और यहां की जनसंख्या भी अधिक हैं। बताया जाता हैं कि दक्षिण बस्तर में घटना को अंजाम देने के बाद माओवादी इस इलाके में आकर छिप जाते हैं ऐसे में यहां का माहौल खराब होता हैं। अनंतपुर आसपास के गांवों के लिए सेंटर पड़ेगा और यहां थाना खुलने से चारो ओर के लोगों को काफी सुविधा होगी।
भाजपा व कांग्रेसी सदस्य एकमत, इस सियासी दंगल के बीच अध्यक्ष की छिन सकती है कुर्सीसालों से आरक्षित है 50 एकड़ जमीनएसपी से मिलने पहुंचे इलाकें के सरपंचो के मुताबिक अनंतपुर में सालों पहले ही सरकारी कार्यालयों की स्थापना के लिए यहां 50 एकड़ जमीन आरक्षित कर रखा गया हैं। यहा अंनतपुर में थाना खुलता हैं तो यहां जमीन के लिए कोई परेशानी नहीं होगी। वही एरला इलाके के लोग अपने यहां स्वीकृत हुये पुलिस थानों को कही अन्य स्थान पर नहीं जाने देना चाहते और वहां के ग्रामीण खुद ही थाने के लिए जगह का चयन कर आरक्षित भी कर चुके हैं। हालांकि अभी जगह को लेकर संचय की स्थिति बनी हुई हैं।
Road Accident : एक की मौत, चालक की पिटाई के बाद भीड़ ने ट्रक को किया आग के हवालेपत्र को उच्च कार्यालय किया गया है प्रेषितएसपी आशुतोश सिंह ने बताया कि मुख्यालय से एरला में थाना खोलने की स्वीकृति मिली हैं, लेकिन कुछ पंचायतों के ग्रामीणों ने अनंतपुर में थाना खोलने की मांग की हैं। उनसे मिले लेटर को पहले ही उच्च कार्यालय को प्रेषित किया गया हैं।