scriptपैर में चप्पल नहीं बारिश से बचने को छााता नहीं फिर भी बुलंद हौसले के साथ पैदल पहुंचे बस्तर से कांकेर | Slippers in the foot do not cover the rain, but still walk with footst | Patrika News

पैर में चप्पल नहीं बारिश से बचने को छााता नहीं फिर भी बुलंद हौसले के साथ पैदल पहुंचे बस्तर से कांकेर

locationकोंडागांवPublished: Sep 14, 2018 11:47:07 am

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Badal Dewangan

बस्तर से शुरू होकर रायपुर तक की पैदलयात्रा में निकले 500 से अधिक किसानों ने अपनी मांगो को लेकर 160 किमी पैदल चल केशकाल पहुंचे थे। अभी उनका जत्था कांकेर तक पहुंच गया।

पैदल पहुंचे बस्तर से कांकेर

पैर में चप्पल नहीं बारिश से बचने को छााता नहीं फिर भी बुलंद हौसले के साथ पैदल पहुंचे बस्तर से कांकेर

केशकाल. बस्तर से शुरू होकर रायपुर तक की पैदलयात्रा में निकले 500 से अधिक किसानों ने अपनी मांगो को लेकर 160 किमी पैदल चल आज केशकाल पहुंचे । सैकड़ों की संख्या में पैदल चल रहे किसानों को देख सिंगनपुर सरपंच राजेश नेताम व एनयूएसआआइ जिलाध्यक्ष पीताम्बर नाग व उनके साथी व्दारा सिंगनपुर में सभी को स्वल्पाहार करवाया।

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अपने मांगो को लेकर मुख्यमंत्री डॉ रमनसिंह से मिलेंगे
किसान संघ के संभाग अध्यक्ष मासोराम पोडियामी, बस्तर जिलाध्यक्ष धरमु राम कश्यप, दंतेवाड़ा जिलाध्यक्ष लूदरूराम कश्यप ने बताया कि हम लोग दरभा, लोहंडीगुड़ा, बस्तानार, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, बस्तर, कोंडागांव से सैकड़ों किसान मिल कर अपने मांगो को लेकर मुख्यमंत्री डॉ रमनसिंह से मिलेंगे। आगे कहा कि किसानों को बैंक से हमे लोन दिया गया जब पटाने गए तो दो गुना बढ़ गया।

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इन सभी मांगो को लेकर किसान रायपुर कूच कर रहे
इसी तरह केसीसी में दलाली, सभी किसानों की कर्ज माफी, छत्तीसगढ़ के सभी टोल नाको को किसानों के लिये मुफ्त किया जाए, केसीसी के नाम पर दलालो के द्वारा हो रही धोखाधड़ी को बंद किया जाए, समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी की जाए सहित कई मांगो को लेकर पैदल चल कर सीएम को अवगत करा कर कर्ज माफ करने की मांग करेंगे।

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पैर में चप्पल भी नहीं, अब तक 160 किमी चले
जगदलपुर से लेकर रायपुर तक की पैदल यात्रा 8 दिन में तय होगी जैसे तैसे पदयात्री किसान आगे बढ़ते जाएंगे हर जिले से प्रभावित और पीडि़त किसान इस पद यात्रा में सहभागी होकर राजधानी 18 सितम्बर को पहुचेंगे । तकरीबन 2000 से अधिक किसान इस रैली में शामिल होंगे और सरकार को जगाएंगे।

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