वेगनआर के नाम से आरटीओ कार्यालय में रजिस्टर्ड हैं
आरटीआई से मिली दस्तावेजों को जब आवेदक ने परीक्षण किया तो इसमें चौकाने वाले मामले सामने आए। बीएमओ जिस टाटा 207 वाहन क्रमांक ओडी 10 डी 3467 से सरकारी सप्लाई करना बता रहे है। उस वाहन का फिटनेस ही वर्ष 2016 में समाप्त हो चुका है। और यह वाहन कडंम कैटेगिरी में शामिल हो चुकी हैं जिसका उपयोग बीएमओ कोण्डागांव के द्वारा किया गया। वही एक अन्य वाहन जिसे बीएमओ ने वाहन क्रमांक सीजी 17सी 1022 को बोलरो होना प्रमाणित करते हुए भुगतान कर दिया दर असल यह वाहन क्रमाक वेगनआर के नाम से आरटीओ कार्यालय में रजिस्टर्ड हैं।
मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं थी
जब इस मामले में सीएमएचओ डॉ. विरेंद्र ठाकुर से बात की गई तो उन्होनें कहा कि, यदि किसी प्रकार की अनियमितता की गई है तो मै इसकी जांच करवाता हूं। इससे पहले मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं थी। वाहन क्रमांक की बात जब बीएमओ डॉ. आरके सिंह से पूछी तो उनका कहना था कि, वाहन मालिक के दिए गए बिल में वाहन क्रमांक ही गलत अंकित हो गया था। इसकी जानकारी मैने पहले ही पुलिस को दे दी हैं।