हालांकि कोण्डागांव विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा कांग्रेस प्रत्याशी विजय होते रहे हैं। लेकिन वर्ष 2003 में हुए चुनाव के दौरान भाजपा की लता उसेंड़ी ने कांग्रेस से मंत्री रहे शंकर सोढ़ी को शिकस्त दी देकर इस सीट पर दो दफे विजयश्री हासिल किया और दो दफें वे मंत्री बनी। और कांग्रेस के मोहन मरकाम ने इस मंत्री सीट को वर्ष 2013 के चुनाव में भाजपा से छीन ली थी।
जीत का अंतर नहीं होता अधिक
इस विधानसभा सीट में जीत का अंतर अब तक 15 हजार के आंकड़े को पार नहीं कर पाया हैं। हालांकि पिछले दो दशक में मतदाताओं की संख्या में 10 से 20 हजार के बीच का अंतर देखने को मिला हैं। वर्ष 2013 में हुए चुनाव में नोटा को जीत के अंतर से अधिक लोगों ने पंसद किया था। वर्ष 2013 में जीत का अंतर 5135 था वही 2008 में 2771 एवं 2003 में 14121 था।