ग्रामीण महिलायें घर बैठे 10 से 12 हजार तक की मासिक आय
इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के तौर पर चुड़ी डिजाइन एवं एलइडी बल्ब निर्माण जैसे नवाचारी आय सृजन के साधनों को प्रस्तुत किया जा रहा हैं। विकासखण्ड फरसगांव के दूरस्थ ग्राम बनचपई में कलक्टर नीलकंठ टेकाम ने चूड़ी डिजाइन प्रशिक्षण केन्द्र के शुभारंभ करते अपनी बात रखी। कलक्टर ने कहा कि, इस प्रशिक्षण केन्द्र के माध्यम से ग्रामीण महिलायें घर बैठे 10 से 12 हजार तक की मासिक आय अर्जित कर सकती हैं और अगर घर के दो सदस्य भी इस कार्य में दक्ष को जाये तो निश्चित ही परिवार की आर्थिक स्थिति में आश्चर्यजनक सुधार आयेगा।
एक परिवार में आर्थिक स्थिति में तभी सुधार आता हैं जब
हमें आय अर्जन के साथ-साथ बचत की प्रवृत्ति में डालनी होगी और परिवार को नशे की प्रवृतियों से बचाना होगा । एक परिवार में आर्थिक स्थिति में तभी सुधार आता हैं जब परिवार किसी भी प्रकार र्दुव्यसन से मुक्त हो। मौके पर चुड़ी डिजाइन के मास्टर ट्रेनर डिजाइन प्रक्रिया की जानकारी देते हुए कहा कि प्रशिक्षण रॉ-मटेरियल संस्था द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा।
महिलाएं बनाएंगी चूड़ी
महिलाएं या तो सेंटर में अथवा घरों में चुड़ी डिजाइन कर सकती है और निर्मित सामग्रियों के मार्केटिंग एवं विपणन का पूरा जिम्मा संस्था का होगा इसके अलावा यदि महिलाएंं चाहेगी वे स्वंय भी हाट-बाजारों में चुडिय़ां का विक्रय कर सकती है। इसके साथ ही ग्रामीण युवकों को भी स्व-रोजगार से जोडऩे प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस मौके पर अध्यक्ष जनपद पंचायत फ रसगांव सुकमी नेताम, पूर्व सरपंच रामलाल कोर्राम, सहायक संचालक खादी ग्रामोद्योग नितिन बैस, सीइओ जनपद पंचायत के.एल.वट्टी, नायब तहसीलदार हार्दिक श्रीवास्तव, प्रशिक्षक महिप सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।