एक के बाद एक चोरी-छिपे ट्रेलर से उतरे 40 मजदूर, वीडियो वायरल होते ही अधिकारियों में मचा हड़कंप
Lockdown: वाहन ब्लैक लिस्टेड, मजदूरों को बस्तियों में खोजकर बाहर निकाला गया, दुर्ग के पांच इलाके दो दिन पहले ही घोषित किए गए हैं कंटेनमेंट जोन, मालवाहक वाहन में त्रिपाल ढंके होने की वजह से रास्ते में नहीं आए पकड़ में

कोरबा. ट्रेलर में छिपाकर 40 मजदूरों को दुर्ग से दीपका लेकर एक चालक पहुंचा। मजदूरों के वाहन से नीचे उतरते समय स्थानीय लोगों ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वीडियो देखते ही अफसरों में हड़कंप मच गया। पहले तो गाड़ी को पकड़ा गया। चालक से पूछताछ करने के बाद सभी मजूदरों की पहचान की गई। दोपहर तक सभी मजदूरों को बस्तियों से बाहर निकाल कर एकांत जगह पर ले जाया गया।
प्रशासन जिस पहलू पर एक्शन मोड पर है उसी में सुराख करते हुए एक ट्रेलर चालक ने बहुत बड़े खतरे की घंटी बजा दी। करीब ढाई सौ किमी दूर दुर्ग जिले से 40 मजदूरों को ट्रेलर के पीछे वाले हिस्से में छिपाकर दीपका आ पहुंचा। रास्ते में कहीं पकड़ में नहीं आए इसलिए बकायदा ऊपर से त्रिपाल ढंक दिया था। जैसे ही ट्रेलर दीपका थाना चौक पर पहुंची तो एक के बाद एक 40 मजदूर ट्रेलर से नीचे उतरने लगे।
स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वीडियो देखने के बाद कलेक्टर ने तत्काल नायब तहसीलदार शशि भूषण सोनी समेत कोरबा से एक टीम दीपका के लिए रवाना किया। टीम ने सबसे पहले ट्रेलर क्रमांक सीजी 10 एके 9249 को अपने कब्जे में ली। चालक को पकड़ा गया। उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके बाद सभी मजदूरों को ढूंढा गया। उनसे पूछताछ भी की गई।
नाके में निगरानी कमजोर, बड़ी लापरवाही आई सामने
दुर्ग से रायपुर फिर अलग-अलग जिलों के सीमावर्ती मार्गांें से होते हुए ट्रेलर कोरबा पहुंची। मालवाहक वाहन होने की वजह से किसी की भी नजर भी नहीं पड़ी। दीपका पहुंचने से पहले पाली और उसके बाद नाके में भी ये पकड़ में नहीं आए। जबकि पहले से ही प्रशासन ने टीमों को अलर्ट किया है कि दीपका, गेवरा कोल माइंस वाले एरिया में अधिक संख्या में मजदूर वापस लौटेंगे। ऐसे में वाहनों की सघन जांच के बजाए उसे सिर्फ बाहर से देखकर छोड़ दिया जा रहा है।
मजूदर झारखंड के थे, प्रशासन ने की भेजने की तैयारी
ये सभी मजदूर झारखंड के थे। दुर्ग में काम कर रहे थे। दुर्ग से दीपका आने के बाद जैसे ही इसकी सूचना मिली सभी को बस से कोरबा लाया गया। अब कोरबा से सभी को झारखंड भेजने की तैयारी जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है।
टास्क फोर्स का गठन, अब रखी जाएगी ठोस नजर
इस तरह का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने अधिकारियों की एक टास्क फोर्स बनाया गया है। दीपका थाना चौक के भवन को अस्थाई कार्यालय बना लिया गया है। सिरकी मोड़, दीपका लक्ष्मण खदान, एसईसीएल गेवरा, एसीबी समेत सभी जगह चेक प्वाइंट लागाकर ड्रायवर, हेल्पर, क्लीनर की रूकने की व्यवस्था की जाएगी। प्रतिदिन आने वाले ड्रायवर व हेल्पर की जानकारी टॉस्क फोर्स कार्यालय में देनी होगी।
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