कोरबाPublished: Sep 23, 2019 09:16:33 pm
Vasudev Yadav
Gangs sharing fake notes : 18 हजार रूपए के जाली नोट और प्रिंटर जब्त, साइबर सेल की मदद से धरे गए आरोपी
VIDEO : महिला समूह को नकली नोट बांटने वाला गिरोह पकड़ाया, पेंड्रा से हुई तीन की गिरफ्तारी
कोरबा. महिला समूह को साढ़े आठ लाख रुपए के नकली नोट बांटने के आरोप में पुलिस ने एक गिरोह के तीन सदस्यों को पेंड्रा से गिरफ्तार किया है। गिरोह पर नकली नोट छापकर ठगी का आरोप है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। यहां से रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि पसान थाना क्षेत्र के गांव लैंगा में पंडो जनजाति की महिलाओं को लोन बांटने के लिए गिरोह ने शिविर लगाई थी। महिलाओं को लोन बांटने से पहले 10 फीसदी राशि एडवांस लिया था। इसके बाद लैंगा की 25 महिलाओं को आठ लाख 50 हजार रुपए के नकली नोट थमा कर फरार हो गया था। सभी नकली नोट दो- दो हजार रुपए के थे। पुलिस जाली नोट बांटने वाले युवकों की तलाश कर रही थी। पुलिस ने पेंड्रा से रवि गुप्ता, कांता गन्धर्व और अमित पडवार को पकड़ लिया। उनसे पूछताछ की गई। गिरोह ने नकली नोट छापकर लैंगा की महिलाओं को बांटना स्वीकार किया। गिरोह के पास दो दो हजार नौ नकली नोट, प्रिंटर भी सहित अन्य सामान जब्त किए गए हैं।
गिरोह का मुख्य सरगना रवि गुप्ता है। वह लोन बांटने का प्रलोभन देकर 29 व 30 अगस्त को लैंगा पहुंचा था। उसने अपना नाम अजय केसरी बताया था। आधार कार्ड लेकर महिलाओं को बिना किसी गांरटी के लोन दोनों का झांसा दिया था। महिला अजय के झांसे में आ गई थी। लोन के लिए महिलाओं ने 10 फीसदी राशि एडवांस दिया था। अजय व उसके गिरोह ने महिलाओं से लगभग एक लाख रुपए की असली नोट एडवांस राशि के तौर पर ली थी। 30 अगस्त को लोन बांटने लैंगा पहुंचा था। अजय ने पांच लिफाफे में महिलाओं को आठ लाख 50 हजार रुपए का नकली नोट दिया था। लोन बांटने के लिए समूह का गठन किया था। प्रत्येक समूह में पांच पांच महिलाओं को शामिल किया था।