फाटक कोरबा रेलवे स्टेशन से लगी हुई है। हर 10 से 15 मिनट के भीतर टे्रनों का परिचालन होता है। इसलिए प्रशासन ने फाटक को बंद कर दिया है। दोपहिया वाहन व साइकिल सवार को कोई फाटक के साईड से, तो कोई वाहन झुकाकर पार करता है। लोग अपना कुछ समय बचाने के लिए जान जोखिम में डाल रहे हैं।
पांच किमी का घुमावदार रास्ता
मानव रहित रेलवे फाटक से आधा किलोमीटर के भीतर रेलवे कालोनी, मुड़ापार, एसईसीएल, शारदा विहार सहित अन्य क्षेत्र आता है। यात्री फाटक पार करके आवागमन करना उचित समझते हैं। अन्यथा उन्हें नहर मार्ग होते हुए सुनालिया पुल से चार से पांच किलोमीटर की लंबी दूरी तय करना पड़ता है।
स्कूली बच्चे भी करते है आवागमन
इस मार्ग से स्कूली बच्चे सायकल से आवागमन करते हैं। कई बार जर्जर सड़क में सायकल अनियंत्रित होने पर गिर जाते हैं। वहीं गंदा पानी के भराव के कारण उन्हें पैदल चलना पड़ता है। छात्र-छात्राओं के डे्रस भीग जाते हैं।