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सराफा दुकान में डकैती का तीसरा आरोपी गिरफ्तार, हथियार की नोंक पर सोनालिया ज्वेलर्स में दिया था घटना को अंजाम मनीष को पुस्तकों की स्केनिंग का काम नहीं मिला। लिलेश और लोकेश ने पैसे भी नहीं लौटाए। ठगी के शिकार व्यक्ति ने पतासाजी की तो कंपनी के दफ्तर में ताला लगा हुआ मिला। मनीष ने घटना की शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस चार सौ बीसी का केस दर्ज कर जांच कर रही थी। दोनों आरोपी फरार थे। लिलेश के सरकंडा बिलासपुर में छिपे होने की सूचना मिली थी। पुलिस की एक टीम बिलासपुर भेजी गई थी। पुलिस ने घेराबंदी करके लिलेश को पकड़ लिया। उसे कोरबा की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। लिलेश जांजगीर चांपा जिले के गांव हरेठी सक्ती का मूल निवासी है। पुलिस से बचकर बिलासपुर में रहता था।