छत्तीसगढ़ राज्य सरकार भी इस बात से भलीभॉति अवगत है कि भरपूर ऊर्जा के बिना तेज उन्नति करना संभव नहीं है, इसे दृष्टिगत रखते हुये विद्युत उत्पादन बढ़ाने के लिए यहॉ अनेक कारगर कदम उठाये गये, फलस्वरूप आज छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी की कुल स्थापित 3424.70 मेगावॉट हो गई है, जो राज्य स्थापना के समय केवल 1360.20 मेगावाट थी।
शहर में राजस्व वसूली के लिए मंगाई निविदा, इन महानगरों ने लिया हिस्सा, पढि़ए खबर… जनरेशन कंपनी की ताप एवं जल विद्युत इकाइयों की कार्यनिष्पत्ति को राज्य गठन के बाद से अनेक बार राष्ट्रीयस्तर पर पुरस्कृत होने का गौरव भी प्राप्त है। इस दौरान ऐसे कई मौके आये जबकि केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा देशभर के स्टेट पॉवर सेक्टर द्वारा उत्पादित विद्युत के तुलनात्मक आंकड़ों में जनरेशन कंपनी को श्रेष्ठ होने का दर्जा मिला। हसदेव ताप विद्युत गृह में 210-210 मेगावाट की चार इकाइयां व 500 मेगावाट की एक इकाई संचालित हो रहीं हैं।
बीते कैलेंडर वर्ष में ताप विद्युत गृह की विस्तार संयंत्र 500 मेगावाट के इकाई क्रमांक 5 ने वर्ष 2017 में 91.40 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 4003.139 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन किया है। यह वर्ष 2016 में 72.95 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 3203.910 मिलियन यूनिट था। यह विद्युत उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 799.229 मिलियन यूनिट अधिक है।
यह विद्युत उत्पादन का नया कीर्तिमान है। इकाई क्रमांक 5 में विशिष्ट तेल खपत वर्ष 2017 में 0.220 मिलीलीटर प्रति किलोवॉट अवर रहा, जो पूर्व में 0.469 मिलीलीटर प्रति किलोवॉट अवर था। इस प्रकार 824.19 किलोलीटर तेल की खपत कम हुई है। इसी प्रकार विशिष्ट कोल खपत वर्ष 2016 में 0.739 मीट्रिक टन की तुलना में वर्ष 2017 में 0.688 मीट्रिक टन रहा।
गौरतलब है कि हसदेव ताप विद्युत गृह में कोल परिवहन प्रणाली अत्यधिक पुरानी है। इसके बावजूद भी रिकार्ड कोल परिवहन करना कार्यनिष्पादन का एक अनूठा उठाहरण है। इसके अलावा इकाई क्रमांक 01 से 05 में पूर्व वर्ष की तुलना में इस साल विशिष्ट कोल खपत भी कम रही है।
1494.477 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन
210 मेगावाट की इकाई क्रमांक तीन ने 81.24 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 1494.477 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया है, जो पूर्व उत्पादन के मुकाबले 227.089 मिलियन यूनिट ज्यादा है। वर्ष 2016 में 68.71 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 1267.388 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन हुआ था। वहीं विशिष्ट तेल खपत 0.329 मिलीलीटर प्रति किलोवॉट अवर रहा, जो कि पूर्व में 0.744 मिलीलीटर प्रति किलोवॉट ऑवर था। 19.02.2017 को एक कार्यदिवस में कोल परिवहन का नया कीर्तिमान 32000 मीट्रिक टन रहा है। इसी प्रकार किसी एक माह (फरवरी-2017) में 740200 मीट्रिक टन कोल परिवहन का नया रिकार्ड दर्ज किया गया है। इसके अलावा वर्ष 2017 में ही सर्वाधिक कोल परिवहन का रिकार्ड बना जिसके अनुसार 71 लाख 13 हजार 800 मीट्रिक टन कोल परिवहन किया गया। जबकि यह 2016 में 71 लाख 9 हजार 200 मीट्रिक टन था।