पार्षद की दौड़ में हैं ब्लॉक अध्यक्ष, कांग्रेस के निगम चुनाव प्रभारी अटल ने पूछा ये सवाल… प्रशासन की कार्रवाई भी हो जाए और व्यापारी भी डरे रहें, इसके लिए अफसरों ने एक तरीका निकाला है। छापामार कार्रवाई के दौरान जिस व्यापारी से धान (Paddy) पकड़े जा रहे हैं, प्रशासनिक अफसर उसी व्यापारी को धान सुपुर्द कर रहे हैं। हालांकि ऐसा करने से पहले कुछ कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि धान का अवैध भंडारण पाए जाने पर पहले पंचनामा की कार्रवाई होती है। फिर एक जब्ती पत्रक तैयार किया जाता है और बाद में जब्त की गई धान उसी व्यापारी को सुपुर्द कर दी जाती है।
जब्त धान रखने की व्यवस्था नहीं
प्रशासन की ओर से बताया गया है कि जब्त धान को रखने के लिए जिले में कोई व्यवस्था नहीं है। गोदाम भी नहीं बनाई गई है। जब्त धान की लोडिंग, अनलोडिंग और परिवहन पर आने वाली खर्च के लिए सरकार से कोई बजट भी नहीं मिली है।
घर घुसकर डेढ़ साल की बच्ची को मुंह में दबाकर घसीटने लगा ये जानवर, पालतू कुत्ते ने ऐसे बचाई बच्ची की जान किसान के पास छिपा रहे धान
अभी तक प्रशासन ने लगभग 60 लाख रुपए के धान को अलग-अलग जगह से जब्त किया है। इसके बाद से व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन की कार्रवाई से बचने के लिए व्यापारी कुछ किसानों के पास अपनी धान को छिपा रहे हैं। इसे पकडऩा और जब्ती करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है। लगातार कार्रवाई चल रही है।
-जब्त की गई धान को रखने के लिए गोदाम नहीं है। इसके परिवहन और लोडिंग अन लोडिंग के लिए कोई बजट भी नहीं है। जब्त धान को व्यापारियों को सुपुर्द किया जा रहा है। सुनील नायक, एसडीएम, कोरबा