लोगों के आवागमन और कोल ट्रांसपोर्टिंग की सुविधा के लिए सर्वमंगला चौक से इमलीछापर, हरदीबाजार से तरदा और सर्वमंगला चौक से तरदा तक 27.19 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाना है। इसके लिए एसईसीएल प्रबंधन ने सीएसआर मद से 172 करोड़ 10 लाख रुपए की स्वीकृति दी है। प्रबंधन की ओर से यह राशि किस्तों में जिला प्रशासन को दी जानी है। सड़क बनाने के लिए प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग को निर्माण एजेंसी नियुक्त किया है। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सड़क निर्माण का कार्य एसएमएस लिमिटेड नागपुर को मिला है।
इस कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग ने 12 नवंबर, 2020 को कार्यादेश जारी किया। 20 नवंबर 2020 को कार्य शुरू किया गया है। पहली किस्त के तौर के एसईसीएल ने जिला प्रशासन को 40 करोड़ रुपए का भुगतान किया। निर्माण एजेंसी ने लगभग 35 करोड़ रुपए ठेका कंपनी को दिया। इससे सड़क पर कार्य चालू किया।
इस बीच एसईसीएल की ओर से जिला प्रशासन को 40 करोड़ रुपए की दूसरी किस्त 30 सितंबर, 2020 को जारी की गई। साढ़े तीन माह गुजर गए लेकिन यह राशि अभी तक निर्माण एजेंसी लोक निर्माण के पास नहीं पहुंची है। इससे परेशान ठेका कंपनी ने काम रोकने तक की चेतावनी दी है। अगर ऐसा हुआ तो सड़क निर्माण का बारिश पूरा होने की संभावना कम हो जाएगी।
50 फीसदी बाधा दूर
सड़क निर्माण जल्दी हो इसके लिए स्थानीय लोग कई वर्ष से संघर्ष कर रहे हैं। अभीतक इस सड़क निर्माण से संबंधित ५० फीसदी बाधा दूर नहीं हो सकी है। इसकी कई वजह है।
ये काम नहीं हुए
– गेवरा, दीपका और कुसमुंडा कॉलोनी में पेयजल के लिए पानी पाइन शिफ्ट नहीं
– सड़क किनारे स्थित बिजली के खंभों को नहीं हटाया गया
– बरमपुर के पास पुराने सीएचपी के स्ट्रक्चर को नहीं हटाया गया
– एचटी लाइन के शिफ्टिंग का काम शुरू नहीं हुआ
– सर्वमंगला मंदिर के पास स्थित दुकानों और पुराने मकानों को नहीं हटाया गया
– प्रस्तावित ओवर ब्रिज से५०० मीटर के कार्य को बीच में रोका गया।