कार्यकर्ता सड़क पर एक घंटे तक बैठे रहीं। इस दौरान यातायात प्रभावित हुआ। इस बीच पांच कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। संघ की अध्यक्ष वीणा साहू ने बताया कि साढ़े छह हजार रुपए के मासिक मानदेय से परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो रहा है।
इसमें भी सरकार की ओर से कई योजनाओंं के तहत कार्य कराई जा रही है। अब नई व्यवस्था के तहत पोषण ट्रेकर एप्प चालू किया गया है। इसके लिए स्वयं को मोबाइल खरीदी के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसे लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं मौजूद रहीं। इनके प्रदर्शन में चले जाने से आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला लटका रहा।
वेतन से दोगुना स्मार्ट फोन की कीमत, कैसे खरीदें
प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं ने बताया कि पोषण ट्रेकर एप्प में जानकारी अपडेट करने के लिए स्मार्ट फोन की जरूरत पड़ रही है, लेकिन वेतन से दोगुना दाम स्मार्ट फोन का है। इतने कम वेतन में परिवार को पोषण नहीं हो रहा है। इसमें भी दो माह के वेतन की राशि से मोबाइल खरीदने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
ये है छह सूत्रीय मांग
– कार्यकर्ता सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी करे घोषित
– मासिक पेंशन, समूह बीमा योजना लागू किया जाए।
-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर व सहायिकाओं को कार्यकर्ता के पद पर नियुक्ति।
-मिनी आंगनबाड़ी को बनाएं पूर्ण आंगनबाड़ी।
– आकस्मिक मृत्यु पर आश्रितों को मिले अनुकंपा नियुक्ति
– पोषण टे्रकर एप्प आदि कार्यों के लिए मिले मोबाइल व नेट शुल्क