नियमत: उत्तर पुस्तिकाओं को परीक्षा संपन्न होने के पश्चात परीक्षा केन्द्र में नहीं रखा जाना चाहिए। इन्हें जल्द से जल्द संग्रहण केन्द्र भेजा जाना चाहिए यदि ऐसा न हो पाए तो इन्हें नज़दीकी थाने में रखा जाना चाहिए। लेकिन जिले में इस नियम की भी अनदेखी हो रही है। वर्तमान में कॉलेजों की परीक्षाएं तीन पालियों में संचालित हैं। अंतिम पाली की परीक्षा शाम के छ: बजे समाप्त होती है। संग्रहण केन्द्र व लीड कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसके सक्सेना कहते हैं कि दिन में होने वाले पर्चों की उत्तरपुस्किाओं को तो संग्रहण पहुंचा दिया जाता है। लेकिन देर शाम समाप्त होने वाली परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाएं नहीं पहुंच पा रही हैं।
केवल दो कर्मचारी और एक वाहन
सीजी बोर्ड के प्रश्नपत्रों की सुरक्षा अधिक
स्कूल की परीक्षाओं में प्रश्नपत्र लाने के लिए माशिमं तक का फेरा लगाना पड़ता है। जिले के संयुक्त कलेक्टर स्तर के अधिकारी पूरी सुरक्षा के साथ प्रश्नपत्र अपने साथ लाते हैं। इसके बाद पुलिस की निगरानी में इसे समन्वय केन्द्र से सील पैक करके संबंधित थानो में जमा किया जाता है। जहां से परीक्षा वाली सुबह स्कूल के कर्मचारी थाने से ही प्रश्न पत्र ले जाते हैं। यह काम भी पटवारी की निगरानी में होता है, जबकि कॉलेज में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं होती। उत्तरपुस्तिकाओं की तरह ही प्रश्नपत्रों का भी वितरण परीक्षा केन्द्रों को बीयू द्वारा किया जाता है।