रविवार को सीटू के राष्ट्रीय महासचिव कोरबा के जेआरसी क्लब में ऑल इंडिया कोल वर्कर्स फेडरेशन का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मजदूर आंदोलन जितना कठिन दौर से अभी गुजर रहा है, उससे कठिन दौर से पूर्व में गुजर चुका है। हर बार एकजुटता से मजदूरों की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि क्रांति भाषण का परिस्थितियों से ताल-मेल होना जरूरी है, अन्यथा क्रांतिकारी भाषण लोगों को ठगने वाला होता है।
महासचिव ने कॉरपोरेट टैक्स घटाने का विरोध किया। कहा कि सरकारी कर्मचारियों से सरकार अधिकतम 30 फीसदी आयकर लेती है। इसके अलावा सामान की खरीदी पर जीएसटी भी कर्मचारी देता है। जबकि कॉरपोरेट घराने से सरकार 22 फीसदी कर ले रही है। सेन से अगले साल आठ जनवरी को प्रस्तावित देश व्यापी हड़ताल की तैयारी में जुटने की अपील भी मजदूरों से किया।
उद्घाटन सत्र को सीटू के उपाध्यक्ष वासुदेव आचार्या, कोल फेडरेशन के महासचिव डीडी रामानंदन सहित अन्य श्रमिक नेताओं ने भी संबोधित किया। बैठक में जितेन्द्र सोढ़ी, व्हीएम मनोहर, महेश श्रीवास्तव, जीके श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या कोयलाकर्मी शामिल हुए। उद्घाटन सत्र के बाद सीटू ने शहर में पैदल रैली भी निकाली।
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