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आयुष्मान योजना : जिले में पांच लाख का इलाज देने के लिए कितने अस्पताल हैं सक्षम, पढि़ए खबर…

locationकोरबाPublished: Nov 23, 2018 10:55:35 am

Submitted by:

Shiv Singh

– जिले के 14 निजी अस्पतालों ने योजना के तहत अपना पंजीयन करवाया है

आयुष्मान योजना : जिले में पांच लाख का इलाज देने के लिए कितने अस्पताल हैं सक्षम, पढि़ए खबर...

आयुष्मान योजना : जिले में पांच लाख का इलाज देने के लिए कितने अस्पताल हैं सक्षम, पढि़ए खबर…

कोरबा. केन्द्र सरकार की आयुष्मान योजना ने जिले के निजी अस्पतालों की पोल खोल दी है। सरकारी एजेंसियों ने ही अब इस बात की पुष्टि कर दी है। जिसका सीधे तौर पर मतलब यह हुआ कि अनाप-शनाप व गैरजरूरी खर्चा बताकर इलाज के नाम पर लोगों को सीधे तौर पर मूर्ख बनाया जाता है। ऐसे में जब योजना की बात आई और पात्रता की जांच हुई तो जिले के दो अस्पतालों को छोड़कर अन्य कोई भी चिकित्सालय ५० हजार रुपए से ज्यादा खर्च होने वाला इलाज देने में सक्षम ही नही है।
राज्य शासन से नोटिस जारी होने के बाद ज्यादातर अस्पतालों ने आयुष्मान के तहत इलाज शुरू कर दिया है, बता दें कि प्रदेश भर में योजना में पंजीकृत 300 अस्पतालों में से 140 निजी अस्पतालों द्वारा कार्य नहीं किया जा रहा था। जिले के १४ निजी अस्पतालों ने योजना के तहत अपना पंजीयन करवाया है। इसके अलावा डेंटल के १० और २९ सरकारी अस्पतालों में भी योजना की शुरुआत हो चुकी है। लेकिन योजना के तहत ५० हजार से ज्यादा का इलाज करने के लिए जिले के दो अस्पतालों को छोड़कर किसी भी अस्पताल को पात्रता प्रदान नहीं की गई है। इससे योजना पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं।
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50 हजार तक का खर्च राज्य, इससे ऊपर केन्द्र से
आयुष्मान योजना में कई तरह के नए नियम जोड़े गए हैं। जिसके अनुसार पूर्व में संचालित मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा के तहत ५० हजार रुपए का इलाज आयुष्मान के अंतर्गत ही कवर होगा। इसका खर्च राज्य शासन वहन करेगी। जबकि इलाज का खर्च ५० हजार से ज्यादा होने पर इसकी राशि केन्द्र सरकार द्वारा निजी अस्पतालों को प्रदाय की जाएगी।

कई अस्पतालों ने नहीं कराया पंजीयन
योजना को लेकर अब भी निजी अस्पतालों व सरकार के बीच गतिरोध बरकरार है। कई अस्पतालों ने योजना के तहत इलाज करने के लिए आवेदन ही नहीं किया है। सरकार ने भी ऐसे अस्पतालों को किसी भी तरह का सरकारी काम देने पर बैन लगा दिया है। संचालकों का कहना है कि सरकार हमें ५० हजार रूपए से ज्यादा का इलाज देने अपात्र करती है।

ये दो अस्पताल ही है इसके पात्र, लेकिन इनकी शिकायतें भी कम नहीं
आयुष्मान योजना के तहत सरकार ने केवल सुपर स्पेश्यलिटी की अर्हता रखने वाले अस्पतालों को ही ५० हजार से ज्यादा का इलाज करने की अनुमति दी है। जिले में ऐसे केवल दो अस्पताल ट्रामा सेंटर न्यू कोरबा हॉस्पिटल को ही चिन्हांकित किया गया है। इन दो अस्पतालों में ही पांच लाख तक का इलाज मिल सकेगा। परेशानी यह है कि इन दोनो अस्पतालों के विषय में भी लगातार शिकायतें मिलती रहती हैं। जिससे जिले में योजना के सफलता पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। ट्रामा और न्यू कोरबा को छोड़कर शेष अस्पतालों में ५० हजार रुपए तक का इलाज चिन्हित हितग्राहियों को मिलता रहेगा।

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एक लाख 99 हजार परिवार पात्र, एमएसबीवाई भी शामिल
जिले में आयुष्मान योजना के तहत एक लाख ९९ हजार परिवार पात्र हैं। जिन्हें बीपीएल कार्ड व अन्य पात्रता के मापदण्डों के तहत चिन्हित किया गया है। इसके अलावा जिन हितग्राहियों के पास मुख्य मंत्री स्वास्थ्य बीमा(एमएसबीवाई) वाला स्मार्ट कार्ड है। उन्हें भी ५० हजार तक के इलाज के लाभ मिलेगा। जबकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा वालों को सीधे आयुष्मान में शामिल किया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक १० हजार लोगों को जिले में योजना का लाभ मिल चुका है।

-अस्पतालों को अनुमति नहीं देने के पीछे का कारण डॉक्टर्स के संगठन में फूट डालना है। जिस क्राइटेरिया के तहत अस्पतालों को चिन्हित किया गया है। उसकी फिर से समीक्षा होनी चाहिए। डॉ राजेन्द्र साहू, पदाधिकरी डॉक्टर्स एसोसिएशन
-वर्तमान में आयुष्मान योजना के तहत जिले के लगभग सभी अस्पतालों में इलाज शुरू हो चुका है। जिले में केवल दो अस्पताल ट्रामा और न्यू कोरबा को ही पांच लाख तक का इलाज देने के लिए पात्र किया गया है। शिव राठौर, डिस्ट्रिक्ट कंसलटेंट, आयुष्मान

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