इसे लेकर अब भाजपा के पार्षद दल और कोसाबाड़ी भाजपा मंडल ने संयुक्त तौर पर प्रदर्शन किया। सुभाष चौक से घंटाघर तक पैदल रैली निकालकर हर दुकान से चंदा भी लिया। नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल, पार्षद रितु चौरसिया और कोसाबाड़ी भाजपा मंडल अध्यक्ष अजय विश्वकर्मा, प्रफुल्ल तिवारी की अगुवाई में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान आम दुकानदारों और राहगीरों की भी निगम के खिलाफ नाराजगी दिखी। लोगों का कहना था कि हर बारिश में सड़क उखड़ जाती है जो बारिश के पहले बनती है और फिर से सड़क का हाल वही हो जाता है। आखिर निगम की सड़कों की गुणवत्ता में इतनी खामियां क्यों है।
चार दिन से सड़क पर गिट्टी, झाड़ू तक नहीं लगवा रहे अधिकारी
चार दिन से प्रमुख मार्ग पर गिट्टी और धूल उडऩे से लोगों को परेशानी हो रही है यह परेशानी मंगलवार को और भी बढ़ गई। दुकानों में धूल की मोटी परत बिछने लगी। निगम के अधिकारी भी इसी मार्ग से गुजरते हंै, व्यापारियों ने इस दौरान कहा कि कम से कम निगम द्वारा झाड़ू लगवा दी गई होती तो परेशानी नहीं होती।
अब नए सिरे से डामरीकरण के लिए मानसून खत्म होने का इंतजार
पिछली बार की तरह इस बार भी नए सिरे से डामरीकरण के लिए मानसून खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है। घटिया निर्माण को छिपाने भले इमल्सन का घोल बारिश के बीच डाला गया था, लेकिन यह भी काम नहीं आया। अब ठेकेदार को नए सिरे से डामरीकरण करना पड़ेगा इसके लिए मानसून सीजन खत्म होने की बात कही जा रही है।
हर बार उखड़ रही सड़क फिर भी घटिया मानने को तैयार नहीं सत्ता पक्ष
कई बार उखडऩे के बाद भी निगम में सत्ता पक्ष सड़कों के डामरीकरण को घटिया मानने को तैयार नहीं है। न तो ठेकेदार को नोटिस दिया जा रहा है न ही अधिकारी या फिर कर्मचारी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। एक ही तर्क है कि सड़कें अभी परफार्मेेंस अवधि में है मरम्मत कराई जाएगी।