हमला के दौरान विजय के साथ दीवान नाम का युवक भी काम कर रहा था। भालू जब विजय पर हमला कर दिया उसी दौरान विजय घटनास्थल से भागकर दूर चला गया। स्कूल परिसर में भालू की मौजूदगी और मजदूर पर हमला की सूचना मिलते ही स्कूल प्रबंधन हरकत में आया। विद्याथियों की भी चिंता बढ़ गई। सुरक्षा के तौर पर प्रबंधन ने स्कूल को बंद कर दिया। छात्रों को छुट्टी दे दी गई।
घटना की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने स्कूल परिसर में भालू की खोजबीन शुरू की। देर शाम तक भालू वन विभाग की टीम को नजर नहीं आया। भालू को स्कूल परिसर से खदेड़ने के लिए वन विभाग के कर्मचारियों ने स्कूल की छप पर चढ़कर भी खोजबीन की। लेकिन भालू का पता नहीं चला। बताया गया है कि स्कूल का परिसर बड़ा है। इसमें छोटी छोटी झाड़ियां हैं। आशंका है कि भालू झाड़ियों में छिप गया होगा। इस स्कूल में 12वीं तक के विद्यार्थी पढ़ाई लिखाई करते हैं।
500 रुपए की आर्थिक सहायता
वन विभाग की ओर से घायल विजय को इलाज के लिए 500 रुपए की सहायता दी गई है। वन कर्मियों ने अस्पताल पहुंचकर विजय को आर्थिक सहायता राशि दी। उसके इलाज पर होने वाली खर्च वन विभाग की ओर से उठाए जाने की बात कही।