कुसमुंडा महाप्रबंधक कार्यालय के अधीन स्थित वित्त विभाग ने एक अप्रैल २०१६ से ३० मार्च २०१७ तक चाय बिस्किट का बिल १४ लाख ४८ हजार ३२७ रुपए का भुगतान किया है। इसकी जानकारी प्रबंधन की ओर से आरटीआई के तहत प्रदान किए दस्तावेज मिली है। इसमें बताया गया है कि उक्त अविध में कुसमुंडा जीएम कार्यालय की वित्त विभाग से चन्द्रा टी स्टॉल को छह लाख ४२ हजार ३९५ रुपए और चन्द्रा डेयरी को दो लाख ९८ हजार २५७ रुपए का भुगतान किया गया है। इसके अलावा कुसमुंडा हाउस में ठहरने वाले लोगों के चाय नाश्ते और भोजन पर पांच लाख सात हजार ६७५ रुपए का भुगतान किया गया है। अब आरटीआई से जानकारी निकलने के बाद इस पर सवाल उठने लगे हैं बकायदा विजलेंस में इसकी शिकायत भी की गई है।
छत्तीसगढ़ का पारंपरिक लोकपर्व छेरछेरा को अन्नदान के रुप में हर्षोल्लास से मनाया -एक साल में केंटिन को कुसमुंडा हाउस और कुसमुंडा जीएम कार्यालय से चाय नाश्ते आदि की बिल पर करीब १४ लाख ४८ हजार रुपए खर्च किए गए हैं। केंटिन कंपनी की है। बिजली पानी और कोयला आदि निशुल्क दिया जा रहा है। फिर बाजार भाव पर सामान की खरीदी भष्टाचार है- दर्शन सिंह चावला, शिकायतकर्ता
-सन् १९७७-७८ से मैं कैंटीन का संचालन कर रहा है। कंपनी ने कैंटीन लीज पर दिया है। गैस सहित अन्य सामान मैं अपने खर्च पर खरीदता हूं। पता चला है कि मेरे खिलाफ शिकायत की गई है, जो झूठी है – बीपी चन्द्रा, संचालक, चन्द्रा कैंटीन