गेवरा दीपका क्षेत्र के पांच स्कूलों में से एक स्कूल के लिए कुसमुंडा केवी में केंद्र बनाया गया है। जबकि चार स्कूलों के लिए डीपीएस एनटीपीसी में केंद्र तय किया गया है। कुसमुंडा के स्कूलों के बच्चों के लिए भी एनटीपीसी में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
शहर के 10 स्कूलों में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को परेशानी
सबसे हैरत वाली बात यह है कि सबसे अधिक सीबीएसई स्कूल कोरबा शहर में है। न्यू ऐरा, सेंट जेवियर्स, निर्मला, सेंट पेलोटी, डीडीएम सहित अन्य स्कूलों में अधिक संख्या में छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इनकों परीक्षा देने के लिए एनटीपीसी तक जाना होगा।
जर्जर सड़क और जाम के बीच रहेगी भागमभाग
शहर से उप नगरीय क्षेत्रों को जोडऩे वाली अधिकांश सड़कों की स्थिति बलहाल हो गई है। गेवरा-दीपका व कुसमुंडा की सड़क पर जगह-जगह गड्ढे का आलम है। मार्ग पर भारी वाहनों को दबाव रहता है। कई बार सड़क पर भारी वाहने फेल हो जाती है। गड्ढों में वाहन फंस जाता है। इस दौरान मार्ग पर वाहनो की लंबी कतार लग जाती है। आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। जाम से निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
कई निजी स्कूलों ने केंद्र बनाने के लिए भेजा था प्रस्ताव
शहर के कई निजी स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। किसी एक स्कूल को केंद्र बनाने की अनुमति बनाने से क्षेत्र के अन्य स्कूलों के छात्रों को उसका लाभ जरूर मिलता, लेकिन किसी भी स्कूल को केंद्र नहीं बनाने से अब सैंकड़ों छात्र-छात्राओं को परेशानी होगी।
डीएवी मॉडल स्कूलों के भी परीक्षा केंद्र काफी दूर
जिले के पांचों ब्लॉक में संचालित डीएवी मॉडल स्कूलों के परीक्षा केंद्र दूर-दराज में बनाए गए हैं। सिर्फ कोरबा शहर के बच्चों को ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा, तो दूसरी तरफ बड़मार, सैला डोंगातराई और जेंजरा के बच्चों को बालको व एनटीपीसी तक आना होगा।