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पहली बार टीपीनगर की बजाए पुराना बस स्टैंड में लगाई गई मशीन
हर बार विभाग द्वारा टीपीनगर चौक, तहसील कार्यालय व जमनीपाली में मशीनें लगाई जाती है। इस बार विभाग ने टीपीनगर चौक के बजाए पुराना बस स्टैंड स्थित गीतांजलि भवन परिसर में मशीन लगाई गई है। दरअसल टीपीनगर चौक पूरी तरह से कर्मिशियल क्षेत्र होने की वजह से दिवाली के दिन दुकानें बंद रहती है। जबकि पुराना बस स्टैंड के चारों ओर घना रहवासी क्षेत्र है। इसलिए इन क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर अधिक रहता है।
यह है प्रदूषण का मानक
आरएसपीएम (रेस्पीरबेल सस्पेंड पर्टीकुलर मेटर) के अनुसार वायु प्रदूषण 100 माइाक्रोग्राम प्रति एमक्यू होनी चाहिए। इसी तरह ध्वनि प्रदूषण सुबह छ: से रात दस बजे तक 55 डेसीबल व रात 10 से सुबह छ: बजे 45 डेसीबल होनी चाहिए।
पक्षियों को खतरा
पटाखों से पक्षियों पर भी खतरा मंडरा रहा है। अधिक विषैले धुएं से आसमान में उडऩे वाले पक्षियों को नुकसान पहुंच सकता है। खासकर प्रवासी पक्षियों को इसे खतरा हो सकता है। दीवाली के दौरान लगातार पांच दिन तक रात जमकर पटाखे फोड़े जाते हैं। धुंए व आवाज से इन पक्षियों को खासी परेशानी होती है।
स्टेडियम में पटाखा बाजार लगना शुरू
स्टेडियम में पटाखा बाजार लगना शुरू हो गया है। पटाखा संघ के अध्यक्ष अश्वनी मिश्रा ने बताया कि इस बार 137 से अधिक पटाखा दूकानें लगाएं जा रहे हैं। सुरक्षा की पूरी तैयारी की गई है। इसी तरह बालको, हरदीबाजार, दीपका सहित अन्य क्षेत्र में भी पटाखा बाजार लगाया जा रहा है।